RadheRadheje
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February 27, 2025 at 03:22 PM
*🌞~ आज का हिन्दू पंचांग ~🌞* *⛅दिनांक - 28 फरवरी 2025* https://whatsapp.com/channel/0029VaARDIOAojYzV7E44245 *⛅दिन - शुक्रवार* *⛅विक्रम संवत् - 2081* *⛅अयन - उत्तरायण* *⛅ऋतु - बसन्त* *⛅मास - फाल्गुन* *⛅पक्ष - शुक्ल* *⛅तिथि - अमावस्या प्रातः 06:14 तक तत्पश्चात प्रतिपदा रात्रि 03:16 मार्च 01 तक, तत्पश्चात द्वितीया* *⛅नक्षत्र - शतभिषा दोपहर 01:40 तक तत्पश्चात पूर्व भाद्रपद* *⛅योग - सिद्ध रात्रि 08:08 तक, तत्पश्चात साध्य* *⛅राहु काल - सुबह 11:25 से दोपहर 12:52 तक* *⛅सूर्योदय - 07:06* *⛅सूर्यास्त - 06:38* *⛅दिशा शूल - पश्चिम दिशा में* *⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 05:23 से 06:13 तक* *⛅अभिजीत मुहूर्त - दोपहर 12:29 से दोपहर 01:16 तक* *⛅निशिता मुहूर्त - रात्रि 12:27 मार्च 01 से रात्रि 01:17 मार्च 01 तक* *⛅व्रत पर्व विवरण - राष्ट्रीय विज्ञान दिवस* *⛅विशेष - प्रतिपदा को कुष्माण्ड (कुम्हड़ा, पेठा) न खाएं क्योंकि यह धन का नाश करने वाला है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)* *🔹अजीर्ण की निवृत्ति हेतु रखें इन बातों का ध्यान🔹* *🔸वर्तमान में अधिकांश लोग पेट के रोगों से, विशेषतः अजीर्ण से ग्रस्त देखे जाते हैं । इसका कारण है भोजन में स्वास्थ्य नहीं बल्कि स्वाद की प्रधानता, भोजन-संबंधी नियमों का अज्ञान या उन्हें शर महत्त्व न देना, भूख से ज्यादा खाना, जले हुए या भलीभाँति न पके भोजन, बासी आहार, पनीर, मावा आदि देर से पचनेवाले पदार्थों का सेवन, देर रात को या जल्दी-जल्दी भोजन करना आदि ।* *🔸चरक संहिता के अनुसार पूर्व में सेवन किया हुआ आहार पच जाने पर ही भोजन करना चाहिए । अजीर्ण में भोजन करने से पहलेवाले आहार का अपचित रस बाद के आहार के रस के साथ मिश्रित होने पर सभी दोषों को शीघ्र प्रकुपित करता है । अतः पूर्व का भोजन भली प्रकार पचने पर ही भोजन करें ।* *🔸प्रतिदिन पैदल भ्रमण, आसन, व्यायाम आदि करें । खूब चबा-चबाकर भोजन करें । जल्दी- जल्दी भोजन करने से जठराग्नि को भोजन पचाने में अधिक श्रम पड़ता है और पाचक रस भी उचित रूप में उत्पन्न नहीं हो पाता ।*
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