
Shashi Samvad
February 24, 2025 at 04:23 AM
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्,
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्।।
महाकाल की दयादृष्टि सदैव बनी रहे 🙏💐🙏