
MANGALMAN
February 25, 2025 at 06:06 PM
नवज्योति जूनियर हाई स्कूल, आलमनगर में मंगलमान ई-भंडारा का 413वां आयोजन: संस्कार और सेवा का संगम
लखनऊ, 27 फरवरी 2025 - मंगलवार को मंगलमान ई-भंडारा का 413वां कार्यक्रम नवज्योति जूनियर हाई स्कूल, आलमनगर, लखनऊ में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। कार्यक्रम के संयोजक श्री राम सिंह लोधी रहे, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय के प्रबंधक श्री विजय राजपूत जी ने की। नगर के माननीय संघचालक श्री शिव सहाय जी ने मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
संस्कार और सेवा का संदेश:
कार्यक्रम की शुरुआत भगवान श्री हनुमान जी की पूजा अर्चना और भोग लगाकर की गई। इसके बाद ई-भंडारे में प्रसाद का वितरण किया गया, जिसमें विद्यालय के छात्रों ने स्वयं सक्रिय रूप से भाग लिया।
गीत-संगीत और प्रेरणा:
ई-भंडारा की टीम के साथ उमेश चांदना जी ने अपने गीतों और संगीत के माध्यम से बच्चों में सेवा भाव को जागृत किया और उन्हें देश के लिए कार्य करने की प्रेरणा दी।
विद्यालय प्रबंधन के विचार:
प्रबंधक श्री विजय राजपूत जी ने कहा कि उनके विद्यालय में बच्चों को संस्कार देने और महापुरुषों के श्रेष्ठ गुणों का विकास करने के लिए प्रत्येक मंगलवार को हनुमान चालीसा का पाठ कराया जाता है। इसके साथ ही, देशभक्ति के गीतों को भी कंठस्थ कराया जाता है, जिससे बच्चों में श्रेष्ठ गुणों का निर्माण हो सके।
मुख्य अतिथि का मार्गदर्शन:
मुख्य अतिथि ने मंगलमान द्वारा बताए गए रास्ते पर चलने के लिए बच्चों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि संस्कारयुक्त होना समाज की सबसे बड़ी आवश्यकता है। एक संस्कारित व्यक्ति ही श्रेष्ठ भारत का निर्माण कर सकता है। इसलिए बच्चों में प्रारंभ से ही अच्छे संस्कार डालने चाहिए, जिससे उनके व्यक्तित्व का विकास हो और वे अपने राष्ट्र की सेवा कर सकें।
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मंगलमान का आभार और सम्मान:
मंगलमान की ओर से विद्यालय में कार्यक्रम का संयोजन करने के लिए श्री राम सिंह लोधी जी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए उनका और विद्यालय के प्रबंधक श्री विजय राजपूत जी एवं मुख्य अतिथि का सम्मान किया गया। साथ ही ई भंडारा के सहयोगियों एवं समर्पणकर्ताओं के प्रति भी आभार व्यक्त किया गया जिनके निस्वार्थ सहयोग समर्पण से जागरण का यह अभियान निरंतर जारी है।
विसर्जन केंद्र और जागरूकता:
श्री राम सिंह लोधी जी ने बताया कि विद्यालय के पास ही एक मंगलमान केंद्र बना हुआ है, जहां विसर्जन के लिए मूर्तियों को एकत्रित किया जाता है। उन्होंने सभी विद्यार्थियों से अपने घरों की खंडित या पुरानी मूर्तियों को वहां लाकर इकट्ठा करने का आग्रह किया, ताकि उनका विधि-विधान पूर्वक विसर्जन किया जा सके। उन्होंने विद्यालय परिसर में भी एक मंगलमान केंद्र स्थापित करने का सुझाव दिया।
बच्चों में संकल्प और प्रेरणा:
कार्यक्रम में विद्यार्थियों से अपनी भाषा में हस्ताक्षर करने, अपने परिवार और विद्यालय परिसर को स्वच्छ रखने, जन्मदिन पर अपनी भाषा में गीत गाने, माता-पिता को प्रतिदिन अभिवादन करने और कोई न कोई अच्छा कार्य करने का आग्रह किया गया। बच्चों ने पौधा रोपण, स्वच्छता, सेवा और सहायता जैसे अच्छे कार्यों को करने का संकल्प लिया।
महा शिवरात्रि की मंगलकामनाओं सहित
हर दिन मंगल हो,
हर मंगल बड़ा मंगल हो,
बड़ा मंगल से राष्ट्र मंगल हो।