
NILKANTHDHAM Poicha
February 24, 2025 at 02:11 AM
ॐ संवत्सराय नमः। सम्वत्सर422 - जो सब कुछ अपने में बसाता है वह प्रभु श्री नीलकंठ वर्णीन्द्र के चरणों में कोटि कोटि प्रणाम ।
Om Samvatsaraya Namah।
The Lord Who Makes All Things Reside in Him
🙏
❤️
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