Sandeep Kharb
May 11, 2025 at 03:51 AM
अनेकार्थक शब्द ;- ➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖ • पट – वस्त्र, पर्दा, दरवाजा, स्थान, चित्र का आधार। • पत्र – चिट्ठी, पत्ता, रथ, बाण, शंख, पुस्तक का पृष्ठ। • पद्म – कमल, सर्प विशेष, एक संख्या। • पद – पाँव, चिह्न, विशेष, छन्द का चतुर्थाँश, विभक्ति युक्त शब्द, उपाधि, स्थान, ओहदा, कदम। • पतंग – पतिँगा, सूर्य, पक्षी, नाव, उड़ाने का पतंग। • पय – दूध, अन्न, जल। • पयोधर – बादल, स्तन, पर्वत, गन्ना, तालाब। • पानी – जल, मान, चमक, जीवन, लज्जा, वर्षा, स्वाभिमान। • पुष्कर – तालाब, कमल, हाथी की सूँड, एक तीर्थ, पानी मद। • पृष्ठ – पीठ, पीछे का भाग, पुस्तक का पेज। • प्रत्यक्ष – आँखोँ के सामने, सीधा, साफ। • प्रकृति – स्वभाव, वातावरण, मूलावस्था, कुदरत, धर्म, राज्य, खजाना, स्वामी, मित्र। • कल – मशीन, आराम, सुख, पुर्जा, मधुर ध्वनि, शान्ति, बीता हुआ दिन, आने वाला दिन। • कक्ष – काँख, कमरा, कछौटा, सूखी घास, सूर्य की कक्षा। • कर्त्ता – स्वामी, करने वाला, बनाने वाला, ग्रन्थ निर्माता, ईश्वर, पहला कारक, परिवार का मुखिया। • कलम – लेखनी, कूँची, पेड़-पौधोँ की हरी लकड़ी, कनपटी के बाल। • कलि – कलड, दुःख, पाप, चार युगोँ मेँ चौथा युग। • कशिपु – चटाई, बिछौना, तकिया, अन्न, वस्त्र, शंख। • काल – समय, मृत्यु, यमराज, अकाल, मुहूर्त, अवसर, शिव, युग। • काम – कार्य, नौकरी, सिलाई आदि धंधा, वासना, कामदेव, मतलब, कृति। • किनारा – तट, सिरा, पार्श्व, हाशिया। • कुल – वंश, जोड़, जाति, घर, गोत्र, सारा। • कुशल – चतुर, सुखी, निपुण, सुरक्षित। • कुंजर – हाथी, बाल। • कूट – नीति, शिखर, श्रेणी, धनुष का सिरा। • कोटि – करोड़, श्रेणी, धनुष का सिरा। • कोष – खजाना, फूल का भीतरी भाग। • क्षुद्र – नीच, कंजूस, छोटा, थोड़ा। • खंड – टुकड़े करना, हिस्सोँ मेँ बाँटना, प्रत्याख्यान, विरोध। • खग – पक्षी, बाण, देवता, चन्द्रमा, सूर्य, बादल। • खर – गधा, तिनका, दुष्ट, एक राक्षस, तीक्ष्ण, धतूरा, दवा कूटने की खरल। • खत – पत्र, लिखाई, कनपटी के बाल। • खल – दुष्ट, चुगलखोर, खरल, तलछट, धतूरा। • खेचर – पक्षी, देवता, ग्रह। • गंदा – मैला, अश्लील, बुरा। • गड – ओट, घेरा, टीला, अन्तर, खाई। • गण – समूह, मनुष्य, भूतप्रेत, शिव के अनुचर, दूत, सेना। • गति – चाल, हालत, मोक्ष, रफ्तार। • गद्दी – छोटा गद्दा, महाजन की बैठकी, शिष्य परम्परा, सिँहासन। • गहन – गहरा, घना, दुर्गम, जटिल। • ग्रहण – लेना, सूर्य व चन्द ग्रहण। • गुण – कौशल, शील, रस्सी, स्वभाव, विशेषता, हुनर, महत्त्व, तीन गुण (सत, तम व रज), प्रत्यंचा (धनुष की डोरी)। • गुरु – शिक्षक, बड़ा, भारी, श्रेष्ठ, बृहस्पति, द्विमात्रिक अक्षर, पूज्य, आचार्य, अपने से बड़े। • गौ – गाय, बैल, इन्द्रिय, भूमि, दिशा, बाण, वज्र, सरस्वती, आँख, स्वर्ग, सूर्य। • घट – घड़ा, हृदय, कम, शरीर, कलश, कुंभ राशि। • घर – मकान, कुल, कार्यालय, अंदर समाना। • घन – बादल, भारी हथौड़ा, घना, छः सतही रेखागणितीय आकृति। • घोड़ा – एक प्रसिद्ध चौपाया, बंदूक का खटका, शतरंज का एक मोहरा। • अंक – संख्या के अंक, नाटक के अंक, गोद, अध्याय, परिच्छेद, चिह्न, भाग्य, स्थान, पत्रिका का नंबर। • अंग – शरीर, शरीर का कोई अवयव, अंश, शाखा। • अंचल – सिरा, प्रदेश, साड़ी का पल्लू। • अंत – सिरा, समाप्ति, मृत्यु, भेद, रहस्य। • अंबर – आकाश, वस्त्र, बादल, विशेष सुगन्धित द्रव जो जलाया जाता है। • अक्षर – नष्ट न होने वाला, अ, आ आदि वर्ण, ईश्वर, शिव, मोक्ष, ब्रह्म, धर्म, गगन, सत्य, जीव। • अर्क – सूर्य, आक का पौधा, औषधियोँ का रस, काढ़ा, इन्द्र, स्फटिक, शराब। • अकाल – दुर्भिक्ष, अभाव, असमय। • अज – ब्रह्मा, बकरा, शिव, मेष राशि, जिसका जन्म न हो (ईश्वर)। • अर्थ – धन, ऐश्वर्य, प्रयोजन, कारण, मतलब, अभिप्रा, हेतु (लिए)। • अक्ष – धुरी, आँख, सूर्य, सर्प, रथ, मण्डल, ज्ञान, पहिया, कील। • अजीत – अजेय, विष्णु, शिव, बुद्ध, एक विषैला मूषक, जैनियोँ के दूसरे तीर्थँकर। • अतिथि – मेहमान, साधु, यात्री, अपरिचित व्यक्ति, अग्नि। • अधर – निराधार, शून्य, निचला ओष्ठ, स्वर्ग, पाताल, मध्य, नीचा, पृथ्वी व आकाश के बीच का भाग। • अध्यक्ष – विभाग का मुखिया, सभापति, इंचार्ज। • अपवाद – निँदा, कलंक, नियम के बाहर। • अपेक्षा – तुलना मेँ, आशा, आवश्यकता, इच्छा। • अमृत – जल, दूध, पारा, स्वर्ण, सुधा, मुक्ति, मृत्युरहित। • अरुण – लाल, सूर्य, सूर्य का सारथी, सिँदूर, सोना। • अरुणा – ऊषा, मजीठ, धुँधली, अतिविषा, इन्द्र, वारुणी। • अनन्त – सीमारहित, ब्रह्मा, विष्णु, शिव, शेषनाग, लक्ष्मण, बलराम, बाँह का आभूषण, आकाश, अन्तहीन। • अग्र – आगे का, श्रेष्ठ, सिरा, पहले। • अब्ज – शंख, कपूर, कमल, चन्द्रमा, पद्य, जल मेँ उत्पन्न। • अमल – मलरहित, कार्यान्वयन, नशा-पानी।

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