
HARI KRISHAN
May 18, 2025 at 05:37 AM
राजव्यवस्था हो या सामाजिक व्यवस्था इसके सुचारु रूप से चलायमान के लिए सभी आवश्यक तत्व अपनी महत्ती भूमिका निभातें हैं इसलिए किसी भी एक का अधिक महत्व और दूसरे को कम आंंकना उस व्यवस्था के लिए बहुत ही घातक सिद्ध होता है।
- हरि कृष्ण