
Qadri Samar Foundation
May 31, 2025 at 05:15 AM
*कोई औ़रत कभी किसी ग़रीब के साथ भूख से नहीं मरी ...!!*
*लेकिन बहुत सी औ़रतें अमीरों के साथ ज़िल्लत से ज़रूर मर चुकी हैं....!*
*इज़्ज़त मुहब्बत और सुकून की क़द्र दौलत से कहीं ज़्यादा है....!!*
*बाज़ औक़ात ग़रीबी में भी दिल मुतमईन होता है, और इज़्ज़त न हो तो ज़िंदगी मुसलसल अज़ीय्यत बन जाती है......!*