محمد جمال الدین خان قادِری
محمد جمال الدین خان قادِری
June 7, 2025 at 06:00 AM
ई़द की मुबारक बादी, ई़द का वज़ीफ़ह 📝 मुह़म्मद जमालुद्दीन ख़ान क़ादिरी दुनिया भर के तमाम सुन्नी स़ह़ीह़ुल अ़क़ीदह मुसलमानों को `ई़दुल अद़ह़ा` की ख़ुशियाँ बहुत बहुत मुबारक हो 💐 *تَقَبَّلَ اللهُ مِنَّا وَ مِنۡكَ* अल्लाह पाक ﷻ हमारे और आपके अअ़्माल क़ुबूल फ़रमाए - अल्लाह पाक ﷻ तमाम मुसलमानों को आपस में ख़ूब ख़ूब इत्तिह़ाद व इत्तिफ़ाक़ और भाई चारगी अ़त़ा फ़रमाए, बिल्-ख़ुस़ूस़ ईमान पर क़ाइम रखे और ईमान ही पर ख़ातिमह बिल्-ख़ैर फ़रमाए - आमीन https://whatsapp.com/channel/0029Va4xNTcBlHpj2ZXcdA3J *`ई़द की मुबारक बाद कैसे दें ?`* ई़द के दिन जब एक दूसरे से मुलाक़ात कीजिए तो *ई़द मुबारक* कहने के साथ साथ यूँ कहिए: *تَقَبَّلَ اللهُ مِنَّا وَ مِنۡكَ* और जिस को मुबारक बाद पेश की जाए वोह भी यही दुआ़इय्यह अल्फ़ाज़ कहे - स़ह़ाबए किराम علیہم الرضوان ई़द के दिन जब मुलाक़ात फ़रमाते तो एक दूसरे को मुबारक बाद देते हुए यूँ कहते: *تَقَبَّلَ اللهُ مِنَّا وَ مِنۡکَ* `यअ़्नी` अल्लाह पाक हमारे और आपके अअ़्माल क़ुबूल फ़रमाए [फ़तह़ुल् बारी, जिल्द², पेज⁴⁴⁶] - ई़द के दिन मज़कूरह अल्फ़ाज़ के साथ मुबारक बाद देना मुस्तह़ब है [माख़ूज़ अज़: फ़तावा रज़विय्यह, जिल्द⁸, पेज⁶³¹] *`ई़द के दिन का वज़ीफ़ह:`* ह़ुज़ूर ﷺ फ़रमाते हैं कि जिस शख़्स़ ने ई़द के दिन 300 मर्तबह *سُبۡحٰنَ اللهِ وَ بِحَمۡدِہٖ* पढ़ा और मुसलमान मुर्दों की रूह़ों को इसका सवाब हदिय्यह किया तो हर मुसलमान की क़ब्र में एक हज़ार अनवार दाख़िल होते हैं और जब वोह मरेगा अल्लाह तआ़ला ﷻ उसकी क़ब्र में एक हज़ार अन्वार दाख़िल फ़रमाएगा [मुकाशफ़तुल क़ुलूब, पेज⁶⁴²] - येह विर्द दोनों ई़दैन (यअ़्नी ई़दुल फ़ित़्र व ई़दुल अद़ह़ा / ई़द व बक़रई़द) में किया जा सकता है - ▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬ یہ تحریر اُرۡدُوۡUrdū उर्दू مِیں ↶ https://whatsapp.com/channel/0029Va4xNTcBlHpj2ZXcdA3J/1131 Yeh Taḥreer ᴿᵒᵐᵃⁿ ᵁʳᵈᵘ Men ↷ https://whatsapp.com/channel/0029Va4xNTcBlHpj2ZXcdA3J/1129
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