
Maslak E Aalahazrat
June 7, 2025 at 12:46 AM
*🐐🌙✨ ईद उल अज़हा की नमाज़ का मुकम्मल तरीक़ा ✨🌙🐐*
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📍 यह नमाज़ वाजिब है और 2 रकअ़त होती है, इमाम के पीछे जमाअ़त से पढ़ी जाती है। इसमें कुल 6 ज़ाइद तकबीरें होती हैं।
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*🕌 निय्यत का तरीक़ा:*
🗣️ "निय्यत की मैंने 2 रकअ़त नमाज़ ई़द उल अज़हा वाजिब, 6 तकबीरों के साथ, अल्लाह तआ़ला के लिए, पीछे इस इमाम के।"
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*📌 पहली रकअ़त का तरीक़ा:*
1️⃣ इमाम के पीछे "अल्लाहु अकबर" कहकर हाथ बाँध लें (ये तकबीर-ए-तहरीमा है)
2️⃣ फिर इमाम सना के बाद तीन बार "अल्लाहु अकबर" कहेगा:
🔸 हर बार के बा'द हाथ छोड़ दें
🔸 तीसरी तकबीर के बा'द हाथ बाँध लें
3️⃣ फिर इमाम सुरह फातिहा और कोई सुरह पढ़ेगा
4️⃣ फिर रुकू, सज्दा करके दूसरी रकअ़त के लिए खड़े हो जाएँ
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*📌 दूसरी रकअत का तरीक़ा:*
1️⃣ खड़े होकर इमाम पेहले सुरह फातिहा और फिर कोई सुरह पढ़ेगा
2️⃣ फिर इमाम तीन बार "अल्लाहु अकबर" कहेगा:
🔸 हर बार के बा'द हाथ छोड़ दें
3️⃣ चौथी बार "अल्लाहु अकबर" कहकर रुकू में जाएँ
4️⃣ फिर सज्दा वग़ैरह करके नमाज़ मुकम्मल करें
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*🗣️ नमाज़ के बा'द इमाम खुत्बा देगा* — यह सुनना ज़रूरी है। बेठ कर तवज्जोह से सुनें। खुत्बे से पहले चले जाना मकरूह है।
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*🐐 नमाज़ के बा'द ही क़ुर्बानी करें। नमाज़ से पहले क़ुर्बानी करना जाइज़ नहीं।*
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*🔔 याद रखें:*
❌ इस नमाज़ से पहले अज़ान या इक़ामत नहीं होती
✔️ ईद की नमाज़ खुले मैदान (ईदगाह) में पढ़ना अफ़ज़ल है
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🤲 या अल्लाह! इस ई़द को हमारे लिए मग़फ़िरत, रहमत और बरकत का ज़रिया बना दे।
*آمين يارب العٰلمين 🌸*
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