
Hardeep Singh Puri
June 8, 2025 at 09:56 AM
बात महिलाओं के सम्मान की है!
शौचालय के अभाव में माताओं-बहनों की पीड़ा को पहले किसी ने नहीं समझा...
सूर्योदय से पहले और सूर्यास्त के बाद माताओं-बहनों को शौच हेतु खेतों/जंगलों में जाना पड़ता था, जहां जंगली जानवरों का भी खतरा रहता था।
PM नरेंद्र मोदी जी ने हर घर शौचालय की संकल्पना को साकार कर माताओं-बहनों को इस पीड़ा से और खुले में शौच से होने वाली बीमारियों से मुक्ति दिलाई है। आज हमारा देश #odf है।
#11yearsofsashaktnari