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June 10, 2025 at 01:03 PM
दौलतपुर में अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय की आवश्यकता – शिक्षा और विकास की दिशा में एक अहम कदम।
परिचय।
शिक्षा समाज के विकास की बुनियाद होती है। यदि समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े बच्चे को शिक्षा की मजबूत नींव दी जाए, तो वह आने वाले समय में अपने परिवार, गांव और देश के विकास में निर्णायक भूमिका निभा सकता है। इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए दौलतपुर (आरा सदर), भोजपुर में एक अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय की स्थापना अत्यंत आवश्यक और सार्थक कदम होगा।
स्थान का महत्व।
दौलतपुर गांव, जो भोजपुर जिले के आरा सदर अनुमंडल में स्थित है, एक सामुदायिक और भौगोलिक दृष्टि से उपयुक्त स्थान है। इसके चारों ओर लक्ष्मनपुर, भकुरा, मथवलीया, कायमनगर, ज्ञानपुर, चित्रसेनपुर, शुभकरनगंज जैसे दर्जनों गांव स्थित हैं, जहां अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों की अच्छी-खासी आबादी है। इन क्षेत्रों में अब तक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए कोई स्थायी व सशक्त ढांचा नहीं बन सका है।
एक अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय बनने के लाभ।
1. स्थानीय छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा।
– अल्पसंख्यक समुदाय के गरीब, ग्रामीण व पिछड़े बच्चों को आवासीय सुविधा के साथ नि:शुल्क पढ़ाई की सुविधा मिलेगी।
2. बेटियों को मिलेगा सुरक्षित शिक्षा का माहौल।
– ग्रामीण क्षेत्र की बेटियां दूर शहरों में नहीं जा पातीं, लेकिन स्थानीय स्तर पर यदि स्कूल उपलब्ध हो तो माता-पिता बिना डर के उन्हें शिक्षा दिला पाएंगे।
3. ग्रामीण विकास में तेजी।
– स्कूल बनने से सड़क, बिजली, पानी, इंटरनेट जैसी बुनियादी सुविधाओं का विस्तार होगा। साथ ही क्षेत्र में समग्र जागरूकता बढ़ेगी।
4. रोजगार के अवसर।
– स्कूल में शिक्षक, कर्मचारी, रसोइया, सुरक्षा गार्ड, साफ-सफाई कर्मचारी आदि के लिए स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा।
5. शिक्षा के साथ कौशल विकास।
– यदि विद्यालय में स्किल डेवलपमेंट सेंटर भी जुड़े तो बच्चों को भविष्य में स्वरोजगार व प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में भी सहायता मिलेगी।
सरकार और प्रशासन से अपेक्षा।
हम बिहार सरकार, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग, जिला प्रशासन भोजपुर और स्थानीय जनप्रतिनिधियों से निवेदन करते हैं कि।
दौलतपुर गांव में अल्पसंख्यक समुदाय के लिए एक मॉडल आवासीय विद्यालय की स्थापना शीघ्र की जाए।
विद्यालय की स्थापना हेतु जमीन, भवन, स्टाफ व अन्य संसाधनों को प्राथमिकता दी जाए।
यह स्कूल सामाजिक समावेश, महिला शिक्षा और ग्रामीण सशक्तिकरण की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।
निष्कर्ष।
दौलतपुर में अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय की स्थापना केवल एक शैक्षणिक निर्णय नहीं होगा, बल्कि यह सामाजिक बदलाव और आर्थिक विकास की एक मजबूत नींव रखेगा। यह पहल आने वाली पीढ़ियों के भविष्य को उज्जवल बनाने में सहायक सिद्ध होगी।
"शिक्षा ही सबसे बड़ी पूंजी है – आइए इसे हर गांव तक पहुँचाएं।"
CMO Bihar Nitish Kumar Information & Public Relations Department, Government of Bihar DM Bhojpur
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