
Maslak E Aala Hazrat {Bhagalpur}
June 10, 2025 at 06:54 AM
अ़क़ीदए अहले सुन्नत पर क़ाएम रहें: ✨
जिस पर उ़लमाए ह़रमैन शरीफ़ैन क़ाएम हैं
अह़बाबे अहले सुन्नत!!!
हमें चाहिए कि हम हमेशा मस्लके अहले सुन्नत व जमाअ़त यानी मसलके आ़लाहजरत पर मज़बूती से क़ाएम रहें, वही रास्ता जो उ़लमाए ह़रमैन शरीफ़ैन, मशायख़े अरब व अ़जम, और सरकारे आला ह़ज़रत इमाम अह़मद रज़ा ख़ाँ क़ादरी बरेलवी रज़ियल्लाहु तअ़ाला अ़न्हु ने हमें दिखाया।
याद रखें!!! ❗️❗️❗️
दीन के दुश्मन जैसे:👇
🚫 वहाबी
🚫 देवबंदी
🚫 राफ़िज़ी
🚫 तबलीग़ी
🚫 मौदूदी
🚫 नदवी
🚫 नेचरी
🚫 ग़ैर मुक़ल्लिद
🚫 क़ादियानी वग़ैरहुम
ये सब राहे ह़क़ से हटे हुए, गुमराह और अहले सुन्नत के दुश्मन हैं।
📌 इनसे दूर रहना ज़रूरी है!
न इनकी बातें सुनें,
न इनकी मजलिसों में बैठें,
न इनकी तहरीरों को देखें।
क्योंकि:👇👇👇
"शैतान वसवसे डालने में देर नहीं लगाता!"
💡 जिस तरह कोई शख़्स जान, माल या इ़ज़्ज़त के ख़तरे वाली जगह पर नहीं जाता,
उसी तरह़ दीन व ईमान की ह़िफ़ाज़त के लिए भी ऐसी गुमराह सोह़बतों और माह़ौल से दूर रहना फ़र्ज़ है।
📌 याद रखें!👇👇
दुनिया की दौलत, इ़ज़्ज़त और ज़िंदगी यहीं तक है,
मगर दीन व ईमान हमारी हमेशा की ज़िंदगी का सरमाया है।
इसलिए इसकी ह़िफ़ाज़त में शदीद मेह़नत और ग़ैर मामूली कोशिश करना हम सब पर फ़र्ज़े ऐन है।