Dawah & iqra
Dawah & iqra
May 16, 2025 at 07:02 AM
*#576-अस्तग़फ़िरुल्लाह कहने से इंसान के गुनाह माफ़ होते हैं, दिल को सकून मिलता है, रूह सुकून पाती है, अल्लाह की रहमत नाज़िल होती है और रिज़्क़ में बरकत होती है। ये तौबा का ज़रिया है जो अल्लाह की नाराज़गी को दूर करता है और मुश्किलात में आसानी पैदा करता है।*

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