🌹Ya Khawaja Garib Nawaz🌹
June 11, 2025 at 03:23 AM
सच्चा दोस्त..!! ❤️
* दो दोस्त, दो हाथों की तरह होते हैं। एक पर अगर मैल लग जाए तो दूसरा आगे बढ़ कर उसकी सफ़ाई किया करता है। अगर पहले में गलती पैदा हो तो दूसरा उसकी इस्लाह करता है।
खलीफा ए दोम हज़रत उमर फारूक-ए आज़म رضى الله تعالیٰ عنه फरमाते हैं: मेरा दोस्त वो है जो मेरी गलती मुझे बताए। जो मेरी इसलाह करें जो मुझे बताए की भाई तू यहां भूल रहा है। लोगों को बताते फिरना की फलानी गलती है। वो इस तरह करता, इस तरह करता और उसकी इस्लाह न करना ये दोस्ती नही है बल्कि ये दुश्मनी है।
.
.
.
*गुलामाने आखिरी नबी (ﷺ)*
─┅━━━━━━✦✿✦◐✦✿✦━━━━━━┅─
👍
❤️
❤
🙏
9