
!!कोई सताए हमे बताए!!
May 19, 2025 at 03:57 AM
*ई रिक्शा.. जिसको केंद्र व राज्य सरकार द्वारा गरीब तबके के लोगों की आजीविका हेतु.. "जुगाड़" व्यवस्था मुहैया करवा दी*
*.. जिसमे किसी भी जिम्मेदार विभागों (परिवहन,ट्रैफिक पुलिस,क्षेत्रीय पुलिस) से.. शहर के किसी भी इलाके में "जुगाड़ वाहन" ले जाने/चलाने की अनुमति लेना भी आवश्यक नहीं है..ना ही वाहन चालक को लाइसेंस की आवश्यकता.. और ना ही उम्र की (1 से 100वर्ष तक) कोई सीमा..🙄*
*..यदि कभी किसी वाहन (जो कि प्रतिदिन होती ही है) से दुर्घटना हो भी जाए..तो इन जुगाड़ वाले गरीब वाहन चालकों की कोई गलती नहीं निकलती..उल्टा जो गाड़ी या व्यक्ति चोटिल हुआ उसकी मरम्मत इनके भाई बंधु(अन्य ई रिक्शा चालकों) द्वारा कर ही दी जाती है,और समस्त जिम्मेदारी चोटिल हुए व्यक्ति की तय कर देते हैं*
*..शायद इसी कड़ी में..🤔..इन.. ई रिक्शा के रसूखदार मालिकों ने..करंट विभाग में भी जुगाड़ बना ही लिया होगा..जिस कारण घरेलू संयोजन अथवा "कटिया जुगाड़" से काम चला रहे*
*...क्योंकि..लगता है कि...इनके(ई रिक्शा चालकों) लिए तो आज तक जिम्मेदार विभागों ने कोई नियम-कानून बनाया...यदि बनाया भी होगा तो लागू करवाने की हिम्मत नहीं जुटा पाए..*
*@PMOIndia @UPGovt @uptransportdept @uptrafficpolice @Uppolice @EMofficeUP*
https://x.com/Lko_VivekSharma/status/1923604067181314511?t=p9cS9k6EaL76j3Wwj1f5Bg&s=19