Bhakti Se Bhagwan Tak
Bhakti Se Bhagwan Tak
June 7, 2025 at 09:25 AM
628वें कबीर साहेब प्रकट दिवस पर तीन दिवसीय विशाल भंडारे में आप सभी सादर आमंत्रित हैं आज से लगभग 628 वर्ष पूर्व कबीर परमेश्वर जी काशी के सुप्रसिद्ध लहरतारा तालाब में कमल के फूल पर सशरीर प्रकट हुए थे। जैसा कि परमेश्वर का विधान है कि वह प्रत्येक युग में लीला करने के लिए इस धरा पर अवतरित होते हैं, उसी के अनुरूप कलयुग में परमात्मा नि:संतान दंपत्ति नीरु और नीमा को प्राप्त हुए। इसी पावन उपलक्ष्य में 9, 10 व 11 जून 2025 को नेपाल सहित भारत के 12 सतलोक आश्रमों में भव्य महासमागम और भंडारे का आयोजन किया जा रहा है। इस तीन दिवसीय ऐतिहासिक कार्यक्रम की तैयारियाँ ज़ोरों से चल रही हैं। इस शुभ अवसर पर रक्तदान शिविर, दहेज मुक्त विवाह, नेत्र व दंत जांच शिविर, विशाल भंडारा, सत्संग, संत गरीबदास जी महाराज की अमरवाणी का अखंड पाठ और भव्य आध्यात्मिक प्रदर्शनी जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। कमल के फूल पर अवतरित हुए परमेश्वर कबीर साहेब 15वीं सदी के महानतम संत, कबीर परमेश्वर जी का प्रकाट्य सन 1398 (विक्रमी संवत् 1455), ज्येष्ठ पूर्णिमा को प्रातःकालीन ब्रह्म मुहूर्त में लहरतारा तालाब (काशी) में कमल के फूल पर हुआ। यह कोई साधारण लीला नहीं थी, बल्कि परमात्मा स्वयं सतलोक से पृथ्वी पर सशरीर अवतरित हुए थे। उस समय अष्टानंद नामक एक ऋषि, जो संत रामानंद जी के शिष्य थे, सरोवर में स्नान कर साधना कर रहे थे। उन्होंने आकाश से उतरते एक तेजस्वी प्रकाशपुंज को देखा जो कमल के फूल पर आकर सिमट गया, जिससे उनकी आंखें बंद हो गईं। दिव्य दृष्टि में उन्हें एक सुंदर शिशु दिखाई दिया। जब उन्होंने आंखें खोलीं, तो वह प्रकाश कमल के फूल पर समा गया और वही दिव्य शिशु वहाँ विद्यमान था। ऋषि अष्टानंद यह चमत्कार देखकर तुरंत अपने गुरु रामानंद जी के पास पहुंचे और सारी घटना सुनाई। संत रामानंद जी ने समझाया कि कोई दिव्य आत्मा, कोई अवतारी पुरुष धरती पर आया है। उनका अनुमान था कि वह किसी भाग्यशाली माता के गर्भ से जन्म लेंगे, क्योंकि अब तक यही मान्यता रही थी। लेकिन इस बार कबीर परमेश्वर जी ने स्वयं अपने विधान से, कमल के फूल पर सशरीर प्रकट होकर यह स्पष्ट कर दिया कि वे सामान्य आत्मा नहीं, पूर्ण परमात्मा हैं। मानव जीवन का पवित्र कार्य है— भोजन कराना इसी महान उद्देश्य को पूर्ण करते हुए, हम आपको सादर आमंत्रित करते हैं 628वें कबीर साहेब जी प्रकट दिवस के विशाल सत्संग समागम और नि:शुल्क भंडारे में। यह कोई साधारण भंडारा नहीं — यह सेवा, समर्पण और सतभक्ति का दिवस है। यह आयोजन केवल भोजन वितरण तक सीमित नहीं है, यह समाज के हर व्यक्ति को आत्मिक ज्ञान और परमात्मा की प्राप्ति के मार्ग से जोड़ने का माध्यम है। कबीर भंडारे की मुख्य विशेषताएं: शुद्ध देसी घी से निर्मित सात्विक भोजन हर अतिथि को प्रेमपूर्वक परोसा जाएगा: * गर्म-गर्म पूरी-सब्ज़ी * बूंदी/जलेबी/लड्डू जैसे स्वादिष्ट पकवान * दही, रायता, सलाद, आचार * स्वच्छ पेयजल और शुद्ध बर्तन की समुचित व्यवस्था पूरी तरह नि:शुल्क सेवा इस भंडारे में आने वाले हर व्यक्ति को बिना किसी भेदभाव के भोजन खिलाया जाता है। चाहे अमीर हो या गरीब, ज्ञानी हो या अनपढ़ — सभी परमात्मा की दृष्टि में समान हैं। भोजन पकाने से लेकर परोसने और सफाई तक हर सेवा कार्य संत रामपाल जी महाराज जी के अनुयायियों द्वारा पूरी श्रद्धा, प्रेम और शुद्धता के साथ किया जाता है। यह सेवाएं निःस्वार्थ होती हैं, जो केवल परमात्मा की प्रसन्नता हेतु की जाती हैं। भंडारे का आध्यात्मिक महत्व यह भंडारा केवल पेट की भूख नहीं मिटाता, बल्कि आत्मा को भी तृप्त करता है। कबीर साहेब जी ने स्वयं कहा है— "अन्न जल साहेब रूप हैं" इस आयोजन का उद्देश्य केवल खान-पान नहीं, बल्कि जीवन को सच्चे मार्ग पर चलाने की प्रेरणा देना है। यह भंडारा संत रामपाल जी महाराज जी के तत्वज्ञान पर आधारित है, जिसमें केवल सात्विकता, पवित्रता और परमात्मा का सुमिरन समाहित है। यह आमंत्रण है — एक ऐसे आयोजन में आने का, जो मानव सेवा और भक्ति का संगम है। आप, आपके परिवार और समाज के हर श्रद्धालु के लिए यह भंडारा और सत्संग एक अनुपम अवसर है — * शारीरिक रूप से सेवा करने का * मानसिक रूप से ज्ञान प्राप्त करने का * आत्मा को परमात्मा से जोड़ने का 628वें कबीर साहेब प्रकट दिवस के अवसर पर कार्यक्रम 628वें कबीर साहेब प्रकट दिवस के अवसर पर 9-10-11 जून 2025 को परम पूज्य संत रामपाल जी महाराज के पावन सान्निध्य में तीन दिवसीय विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में निम्न कार्यक्रम होंगे: • संत गरीबदास जी महाराज के सतग्रंथ साहेब जी का अखंड पाठ • विशाल भंडारा • रक्तदान शिविर • निःशुल्क नेत्र एवं दंत जांच शिविर • दहेज मुक्त विवाह • आध्यात्मिक प्रदर्शनी • विशेष सत्संग आप सभी श्रद्धालुओं को परिवार और मित्रों सहित सादर आमंत्रित किया जाता है। कार्यक्रम स्थल: • सतलोक आश्रम मुंडका (दिल्ली) • सतलोक आश्रम धनाना (हरियाणा) • सतलोक आश्रम कुरुक्षेत्र (हरियाणा) • सतलोक आश्रम भिवानी (हरियाणा) • सतलोक आश्रम धुरी (पंजाब) • सतलोक आश्रम खमाणों (पंजाब) • सतलोक आश्रम सोजत (राजस्थान) • सतलोक आश्रम शामली (उत्तर प्रदेश) • सतलोक आश्रम बैतूल (मध्य प्रदेश) • सतलोक आश्रम इंदौर (मध्य प्रदेश) • सतलोक आश्रम धवलपुरी (महाराष्ट्र) • सतलोक आश्रम जनकपुर (नेपाल) इस भव्य आध्यात्मिक सत्संग का सीधा प्रसारण 11 जून 2025 को प्रातः 09:15 बजे (भारतीय समयानुसार) साधना टीवी चैनल पर किया जाएगा। आप इस विशेष कार्यक्रम का सीधा प्रसारण हमारे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी देख सकते हैं: • Facebook Page: Spiritual Leader Saint Rampal Ji • YouTube: Sant Rampal Ji Maharaj • Twitter: @SaintRampalJiM संत रामपाल जी महाराज जी से निःशुल्क नाम दीक्षा लेने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें ⬇️ https://online.jagatgururampalji.org/naam-diksha-inquiry
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