Uachi Udan(ऊंची उड़ान)
May 23, 2025 at 04:49 PM
*सर्वेंट्स ऑफ इंडिया सोसाइटी* एक ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण संगठन है, जिसकी स्थापना गोपाल कृष्ण गोखले ने 12 जून 1905 को पुणे, महाराष्ट्र में की थी। इसका मुख्य उद्देश्य था – भारतीय युवाओं को जाति-धर्म से ऊपर उठाकर समाजसेवा और कल्याण कार्यों के लिए प्रशिक्षित करना और उन्हें एकजुट करना।
_मुख्य बातें:_
1. यह भारत का पहला धर्मनिरपेक्ष (सेक्युलर) संगठन था, जो वंचित, ग्रामीण और आदिवासी लोगों, आपातकालीन राहत, साक्षरता बढ़ाने और सामाजिक सुधार के लिए समर्पित था।
2. सदस्य आजीवन सेवा का वचन लेते थे और उन्हें बहुत कम वेतन (₹100 प्रतिमाह) मिलता था, ताकि वे पूरी निष्ठा से समाजसेवा करें।
3. गोखले के बाद 1915 में श्रीनिवास शास्त्री इसके अध्यक्ष बने।
4. संगठन ने शिक्षा, स्वच्छता, स्वास्थ्य, अस्पृश्यता, महिलाओं के अधिकार, शराबबंदी जैसे मुद्दों पर काम किया।
5. इसका मुख्यालय पुणे में है, और शाखाएँ चेन्नई, मुंबई, इलाहाबाद, नागपुर आदि जगहों पर हैं।
6. इस सोसाइटी की पत्रिका 'हितवाद' (The Hitavada) थी, जो 1911 से प्रकाशित हो रही है।
आज भी, सदस्य भले कम हों, लेकिन इसका समाजसेवा का आदर्श और योगदान बहुत प्रेरणादायक है।
अगर आपको इसके कार्यों या किसी खास सदस्य के बारे में विस्तार से जानना है तो बताइए! 😊

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