@sanatanishukla9
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June 12, 2025 at 03:58 AM
🔸 ब्रिटिश शासनकाल में प्रतिबंधित काव्य-संग्रह : एक परिचय 🔸 भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान अनेक कवियों एवं लेखकों ने ऐसे क्रांतिकारी काव्य एवं साहित्य रचे, जिन्हें उस समय की ब्रिटिश सरकार ने 'सुरक्षा के लिए खतरा' मानते हुए प्रतिबंधित कर दिया था। इन रचनाओं का उद्देश्य जनमानस में देशभक्ति की भावना जाग्रत करना और भारत माता को पराधीनता से मुक्त कराने हेतु लोगों को प्रेरित करना था। यह साहित्य न केवल हमारे स्वतंत्रता सेनानियों की भावनाओं, आकांक्षाओं एवं संकल्पों को दर्शाता है, बल्कि वह चेतना भी उत्पन्न करता है जिसने भारत को स्वाधीनता दिलाई। यह अद्वितीय संग्रह भारत की अनेक भाषाओं — जैसे बंगाली, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, मराठी, ओड़िया, पंजाबी, सिंधी, तमिल, तेलुगु और उर्दू — में उपलब्ध है। इस अनुभाग में हम आपके समक्ष उन्हीं प्रतिबंधित प्रकाशनों से चुनी गई ५०९ कविताओं का संकलन प्रस्तुत कर रहे हैं, जिनका पाठ देश की प्रतिष्ठित विभूतियों द्वारा किया जा रहा है। 🇮🇳 यह केवल साहित्य नहीं, यह स्वतंत्रता संग्राम की धड़कन है। 🇮🇳 यह केवल कविता नहीं, यह मातृभूमि के लिए बलिदान की पुकार है। https://amritmahotsav.nic.in/swatantra-swar.htm?fbclid=IwY2xjawK3LppleHRuA2FlbQIxMQABHoKG7_LsPT19KhMcHs3AUbfJKrDASMD5LtVxGXrbq0YDpuovcZMjiP6X-0BE_aem_YeVn_Wy6czMJ_2CB1udK6w
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