
Saviour of SELF & SOCIETY ❤️
May 18, 2025 at 07:47 AM
🪷🪷
*काश ऐसी बारिश आये*
जिसमें
`अहम डूब जाए`
```घमंड चूर-चूर हो जाए```
`मतभेद के किले ढह जाएं`
```गुस्से के पहाड़ पिघल जाए```
`नफरत हमेशा के लिए दफ़न हो जाये`
और
*हम सब मैं से हम हो जाए।*
अखंड महाभारत, हर्षित ब्रह्मांड !!*
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