
M.A. DAWAKHANA & HIJAMA CENTER
May 17, 2025 at 10:28 AM
जी हां यह सच है, रोज़ सैंकड़ो खबरे आती हैं आत्महत्याओं की लेकिन उसमे मुसलमानो के नाम ढूंढने से नहीं मिलते, यहां हर चीज़ अल्लाह पर छोड़ते हैं जो होगा देखा जाएगा।
