Amit Jain
                                
                            
                            
                    
                                
                                
                                June 3, 2025 at 07:31 AM
                               
                            
                        
                            _हर किसी के पास अपने-अपने मायने हैं,_
_खुद को छोड़, सिर्फ दूसरों के लिए आईने हैं।_