
Islamic Channel
June 2, 2025 at 01:53 AM
*अपने अक़ीदे की हिफ़ाज़त करें*
*फिर चाहे उसके लिए किसी को*
*भी छोड़ना पड़े, चाहे दुनिया ही*
*क्यूँ न छोड़नी पड़े*_
*फ़ख़्र से कहो अलहम्दुलिल्लाह*
*हम सुन्नी बरेलवी हैं*
*जिंदगी ये नहीं हैं किसी के लिये जिंदगी है नबीﷺ कि नबीﷺ के लिए*
*जिना मरना है सबकुछ नबीﷺ के लिए*
*ना समझ मरते है जिंदगी के लिए*
*मसलक ए आला हजरत पे कायम रहो जिंदगी दी गई है इसी के लिए*
*✍️Razvi*