
"Suvichar" "Kohli Bhai"
June 14, 2025 at 12:13 AM
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*अनमोल वचन*
* *त्रुटि रहित न मैं हूँ, न तुम हो,*
*दोनों मनुष्य हैं, भगवान न मैं हूँ, न तुम हो !*
*परस्पर हम दोष देते हैं, एक दूसरे को,*
*पर अपने अंदर झाँकता न मैं हूँ, न तुम हो !!*
*भ्रम ने पैदां कर दी इंसानों में दूरियाँ,*
*पर सच में बुरा न मैं हूँ, न तुम हो !!!*
**आपका दिन मंगलमय हो*
*ओम शांति*
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