"Suvichar" "Kohli Bhai"
"Suvichar" "Kohli Bhai"
June 14, 2025 at 12:13 AM
🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚 *अनमोल वचन* * *त्रुटि रहित न मैं हूँ, न तुम हो,* *दोनों मनुष्य हैं, भगवान न मैं हूँ, न तुम हो !* *परस्पर हम दोष देते हैं, एक दूसरे को,* *पर अपने अंदर झाँकता न मैं हूँ, न तुम हो !!* *भ्रम ने पैदां कर दी इंसानों में दूरियाँ,* *पर सच में बुरा न मैं हूँ, न तुम हो !!!* **आपका दिन मंगलमय हो* *ओम शांति* 🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚

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