
GIRISH CHANDRA DWIVEDI 🙏
June 9, 2025 at 02:49 PM
*"ज़िंदगी में अपने आज का*
*लुफ्त उठाओ क्योंकि*
*आप फिर कभी.. आज जितने*
*जवान नहीं होगे.."✍🏻😊*