The Lallantop
                                
                                    
                                        
                                    
                                
                            
                            
                    
                                
                                
                                June 19, 2025 at 11:27 AM
                               
                            
                        
                            ये वीडियो जिसमें स्टूडेंट्स और टीचर एक हाथ में किताब और एक हाथ में छाता लिए नजर आ रहे हैं, पश्चिम बंगाल के हुगली का है. 
इस प्राइमरी स्कूल की दीवारें और छत का बुरा हाल है. साल 1972 में बने इस स्कूल में करीब 68 छात्र पढ़ते हैं.
लेकिन अब हालत ऐसी हो चली है कि इसकी छत और दीवारें कभी भी ढह सकती है. इसको लेकर कई बार अधिकारियों से शिकायत की गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है.
Input: Tapas Sengupta
                        
                    
                    
                    
                        
                                    
                                        
                                            😢
                                        
                                    
                                        
                                            👍
                                        
                                    
                                        
                                            😮
                                        
                                    
                                        
                                            ❤️
                                        
                                    
                                        
                                            🇧🇩
                                        
                                    
                                        
                                            🇮🇱
                                        
                                    
                                        
                                            😞
                                        
                                    
                                        
                                            🥹
                                        
                                    
                                    
                                        25