
GYAN MANDIR CHANNEL(Worldwide)🕉️
June 15, 2025 at 04:49 AM
🌻आगम-वाणी🌻
🪴🪴🪷🪴🪴✍️
🪷मानव-जीवन🪷
🪴🪴🪷🪷🪴🪴
🪷संसार में चार बातें प्राणी को बड़ी दुर्लभ है--मनुष्य जन्म, धर्म का श्रवण, दृढ़श्रद्धा और संयम में प्रवृत्ति अर्थात धर्म का आचरण।।
🌳उत्तराध्ययन सूत्र 3/1🌳
🪷संसार में आत्माएं क्रमशः शुद्ध होते-होते मनुष्यभव को प्राप्त करती है।
🌳उत्तराध्ययन सूत्र 3/7🌳
🪷जो व्यक्ति आलस्य-प्रमाद के वश, मनुष्य जन्म को व्यर्थ गँवा रहा है, वह अज्ञानी मनुष्य सोने के थाल में मिट्टी भर रहा है, अमृत से पैर धो रहा है, श्रेष्ठ हाथी पर ईंधन ढो रहा है और चिन्तामणि रत्न को काग उड़ाने के लिए फैंक रहा है।।
🌳सिन्दूरप्रकरण 5 🌳
🪷जो व्यक्ति दुर्लभता से प्राप्त होने योग्य मनुष्य जन्म को प्राप्त करके परलोक के लिए हितकर धर्म का आचरण नहीं करता, वह संक्रमणकाल-मरणकाल में शोक करता है--कष्ट का अनुभव करता है।
🌳वि.आव.भाष्य 3255🌳
🪷जिस प्रकार कीचड़ के मध्य फंसा हुआ हाथी, गलग्रहीत--कांटे से पकड़ा हुआ मत्स्य, मृगजाल में फंसा हुआ मृग तथा जाल में फंसा हुआ पक्षी दुःखी होता है, उसी प्रकार जीव मृत्यु और जरा से अभिभूत तथा त्वरितनिद्रा--मरणासन्न दशा को प्राप्त हो जाता है, उस समय वह कहीं भी त्राता-त्राणदाता को प्राप्त न करता हुआ कर्मभार से आक्रान्त हो जाता है। वह जन्म-मरण के सैंकड़ों परावर्तन करता हुआ यथेच्छ मनुष्य जन्म को बहुत कठिनाई से प्राप्त करता है।।
🌳वि.आ.भा. 3256,57,58🌳
🪷दुर्लभता से प्राप्त करने योग्य तथा विद्युल्लता की भांति चंचल-अस्थिर मनुष्य जन्म को प्राप्त करके जो व्यक्ति प्रमाद करता है, वह कापुरुष है, वह सत्पुरुष नहीं है।
🌳विशेषआव.भाष्य 3259 🌳
🪷मनुष्य जन्म निश्चय ही बड़ा दुर्लभ है।।
🌳उत्तराध्ययन सूत्र 10/4🌳
🥦🥦🥦🥦🥦🥦🥦
🔹🔸🔹🪴🔹🔸🔹
🪷 संत कबीर 🪷👇
🌹दुर्लभ मानुष जन्म है, देह न बारम्बार।
तरुवर ज्यों पत्ती झरे, बहुरि न लागै डार।।
🌹मानुष जन्म नर पायके, चूके अबकी घात।
जाय परे भवचक्र में, सहे घनेरी लात।।
🌹हाड़ जरै ज्यों लाकडी, केस जरै ज्यों घास।
सब तन जरता देखि करि, भये कबीर उदास।।
(मृत्यु पश्चात इस शरीर की हड्डियां लकड़ी की तरह जल जाएगी और केस (बाल) घास की तरह जल जाएंगे, सारे तन (शरीर) को जलता देखकर कबीरदास का मन उदास हो जाता है किंतु वह इस सत्य को जानते हैं, इसलिए मृत्यु के कारण उदास नहीं होते बल्कि उनके उदास होने का तात्पर्य यह है कि मानव अपना जीवन सफल किए बिना ही समाप्त हो गया)
🔹🔸🔹🪴🔹🔸🔹
🥦🥦🥦🥦🥦🥦🥦
🌷कैलाश राज सिंघवी(जैन)🌷
🌻एक पथ-एक पंथ🌻
मोबाइल: 94141 29161
जोधपुर(राजस्थान)
🥦🥦🥦🥦🥦🥦🥦