
सद्गुरुवाणी
June 10, 2025 at 01:06 PM
*संसार पूरा का पूरा विषयों में डूबा है, इसीलिए उसको ज्ञात ही नहीं है, कि मेरे द्वारा करने योग्य क्या है ?*
✨✨✨
_उसको *सोच - विचार* करने के लिए *अवसर ही नहीं* मिलता है_
- आचार्य श्री समयसागर जी
- 30/5/25, लाखा भवन, जबलपुर
*विशेष मंगल प्रवचन-*
https://youtu.be/u7nsc8eRAyA?si=b27LD0JW_6DMR-E7
_(देखें 4.45 से 6.44 तक)_
🪔🪔🪔
इसकी चर्चा भी
कौन करता है रुचि से ?
कौन सुनता है मति से ?
और
*इसकी अर्चा के लिए*
*किसके पास समय है ?*
*आस्था से रीता जीवन*
*यह चार्मिक वतन है, माँ!"*
- _१६ :: मूकमाटी_
- _आचार्य श्री विद्यासागर जी_