
Sanatan Dharma 🚩 (धर्म, संस्कृति और आध्यात्म)
June 18, 2025 at 03:37 AM
. *अच्छे बनें, सच्चे बनें*
🕉️ बुराई ही जीवन के विध्वंस का मूल है। किसी लक्ष्य की प्राप्ति के लिए अनीति पूर्वक किए जाने वाले प्रयास ही जीवन में बुराइयों का प्रवेश कराते हैं। बुराई वो तलवार है जो एक फल की चाह में पूरा वृक्ष ही उखाड़ देती है। बुराई जीतकर भी सदैव अंत में हार जाती है और अच्छाई आज हारती हुई दिखाई देने पर भी अंत में विजय अवश्य प्राप्त करती है।
🕉️ अच्छाई में संयम एवं सदाचार का आश्रय ही उसकी विजय सुनिश्चित करता है।अच्छाई एक शांत नदी की तरह होती है,जो ना केवल प्यास बुझाती है अपितु जीवन के सृजन में मूल तत्व की भूमिका का निर्वाह भी करती है।निश्चित ही जीवन में अच्छाई होगी तो वह एक दिन सृजन का रूप अवश्य ले लेगी।
🕉️ अच्छाई ही वो सीढ़ी है जो आपको किसी के हृदय तक पहुँचा देती है।अच्छाई में जीवन जीना, सच्चाई में जीवन जीना ही है।
*🙏🪷 जय श्री कृष्ण 🪷🙏*
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