Tadapti Kalam ( Hindi Shayari )
Tadapti Kalam ( Hindi Shayari )
June 13, 2025 at 08:39 AM
निराधार " एक बार फिर ज़िंदगी ने वही सिखाया एक घटना घटती है, फिर समझ आता है, कितनी निराधार होती हैं भविष्य की कल्पनाएं...!! हम दिन-रात सोचते रहते हैं कि कल क्या होगा, क्या करना है, कहां जाना है, किससे मिलना है... लेकिन सच्चाई ये है कि ज़िंदगी हर बार अपना नया मोड़ खुद तय करती है...!! मैंने भी अपने आने वाले दिनों को लेकर कई plans बनाए थे - बड़े सोच-समझकर। लेकिन फिर कुछ ऐसा हुआ, जिसने दिखा दिया कि control सिर्फ एक illusion है... अब समझ आया कि सबसे बड़ा सच यही है कि जो होना है, वो होकर रहेगा... चाहे हम कितना भी calculate कर ले इसलिए अब बस यही सीखा है हर दिन को वैसे ही जीओ जैसे वो आख़िरी हो, क्योंकि कल का कोई भरोसा नहीं... और कल्पनाएं सिर्फ कल्पनाएं ही हैं...!! 🥰🙏 Gears used: Camera - Sony a7M4 Lens - 85mm f1.8 Edited in - lightroom
❤️ 👍 4

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