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June 18, 2025 at 10:55 AM
**रा-धा/ध:-स्व-आ-मी! 18-06 -2025-आज शाम सतसंग में पढे गये शब्द पाठ:- (1) आज घड़ी अति पावन भावन। राधा/ध:-स्व-आ-मी आये जक्त चितावन।। (इंग्लिश)(सारबचन- शब्द-4- पृ.सं.556,557)(अधिकतम् उपस्थिति- चंडीगढ़ ब्राँच पंजाब -@-15:15- दर्ज-119) (2) गुरु प्यारे करो अब मेहर बनाय।टेक।। (प्रेमबानी-3- शब्द-59- पृ.सं.51)(स्वामी नगर मोहल्ला) (3) मेरे प्यारे बहिन और भाई। क्यों आपस में तुम झगड़ों। रलमिल कर सतसँग करना।।टेक।। (रत्नांजली- शब्द-49- पैरा-1+7-13- पृ.सं.105-108)(महिला पाठ पार्टी दयालबाग ) (4) रोजाना वाक़िआत- भाग-2- कल से आगे एवं परम गुरु हुजूर मेहता जी महाराज के बचन-भाग-1 सतसंग के बाद:- (1)-रा-धा/ध:-स्व-आ-मी मूल नाम। (2)-हे दयाल सद् कृपाल! (3)-रा-धा/ध:-स्व-आ-मी रा-धा/ध:-स्व-आ-मी रा-धा/ध:-स्व-आ-मी रा-धा/ध:-स्व-आ-मी रा-धा/ध:-स्व-आ-मी रा-धा/ध:-स्व-आ-मी रा-धा/ध:-स्व-आ-मी रा-धा/ध:-स्व-आ-मी! 🙏🏻रा-धा/ध:-स्व-आ-मी🙏🏻**