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June 18, 2025 at 10:46 PM
**रा-धा/ध:-स्व-आ-मी! 19-06 -2025-आज सुबह सतसंग में पढे गये शब्द पाठ:- (1) गुरु की कर हर दम पूजा। गुरु समान कोई देव न दूजा।। (संस्कृत)(सारबचन- शब्द-2- पृ.सं.322,323)(अधिकतम् उपस्थिति- चंडीगढ़ ब्राँच पंजाब- -@-3:15- दर्ज-38) (2) राधा/ध:-स्व-आ-मी गति कोई नहिं जाने। राधा/ध:-स्व-आ-मी मत कैसे पहिचाने।। (प्रेमबानी-2- शब्द-15- पृ.सं.96-98)(स्वेतनगर मोहल्ला) (3) मेरे हिरदे जगी है उमंग नई। आज आई बहार बसंत।।टेक।। (रत्नांजली- शब्द-51- पृ.सं.110,111)(पुरुष पाठ पार्टी दयालबाग ) सतसंग के बाद:- (1)-रा-धा/ध:-स्व-आ-मी मूल नाम। (2)-हे दयाल सद् कृपाल! (3)-रा-धा/ध:-स्व-आ-मी रा-धा/ध:-स्व-आ-मी रा-धा/ध:-स्व-आ-मी रा-धा/ध:-स्व-आ-मी रा-धा/ध:-स्व-आ-मी रा-धा/ध:-स्व-आ-मी रा-धा/ध:-स्व-आ-मी रा-धा/ध:-स्व-आ-मी! 🙏🏻रा-धा/ध:-स्व-आ-मी🙏🏻**

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