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June 19, 2025 at 10:44 PM
**रा-धा/ध:-स्व-आ-मी! 20-06 -2025-आज सुबह सतसंग में पढे गये शब्द पाठ:- (1) सतगुरु हो महाराज, मो पै साँईं रँग डाला।।टेक।। (संस्कृत)(संतबानी संग्रह-2 - शब्द-26- पृ.सं.56) (अधिकतम् उपस्थिति- चंडीगढ़ ब्राँच पंजाब- -@-3:15- दर्ज-39) (2) राधा/ध:-स्व-आ-मी अगम अनाम अपारे। उन चरनन में रहूँ सदा रे।। (प्रेमबानी-2- शब्द-16- पृ.सं.98,99)(स्वेतनगर मोहल्ला) (3) आज होली का खेल खिलाऊँ (साक्षी) ।टेक। (रत्नांजली- शब्द-53- पृ.सं.112-114)(पुरुष पाठ पार्टी दयालबाग) सतसंग के बाद:- (1)-रा-धा/ध:-स्व-आ-मी मूल नाम। (2)-हे दयाल सद् कृपाल! (3)-रा-धा/ध:-स्व-आ-मी रा-धा/ध:-स्व-आ-मी रा-धा/ध:-स्व-आ-मी रा-धा/ध:-स्व-आ-मी रा-धा/ध:-स्व-आ-मी रा-धा/ध:-स्व-आ-मी रा-धा/ध:-स्व-आ-मी रा-धा/ध:-स्व-आ-मी! 🙏🏻रा-धा/ध:-स्व-आ-मी🙏🏻**