🕉️🇮🇳 वंदेमातरम्🚩🚩🇮🇳🇮🇳
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June 18, 2025 at 02:57 AM
अगर कनाडा हमारे प्रधानमंत्री को अपने देश में घुसने देने को तैयार नहीं था, तो अन्य देशों के प्रेशर में कैसे आ गया? अगर अन्य देशों ने प्रेशर डाला, तो क्या उस प्रेशर को भारत के बढ़ते महत्त्व के रूप में नहीं देखना चाहिए? अभी मार्च में कनाडा में नयी सरकार आयी है जिसके कारण मई के अंत में मैक्सिकन राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबाम एवं ब्राजील के राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा को G-7 में आमंत्रित किया गया था. फिर जून में एक ही दिन सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान एवं भारत के प्रधानमंत्री मोदी जी को आमंत्रित किया गया था. इनके बाद इंडोनेशियाई राष्ट्रपति प्रबोवो को G-7 के लिए आमंत्रित किया गया था. क्या यह माना जाए कि इन सभी नेताओं को अन्य देशों के प्रेशर के कारण आमंत्रित किया गया था? या फिर यह नयी कनाडा सरकार में निर्णय की प्रक्रिया में देरी इंगित कर रहा है? क्या कोई भी लोकतान्त्रिक राष्ट्र, भारत जैसी तीसरी सबसे बड़ी लोकतान्त्रिक अर्थव्यवस्था (लोकतान्त्रिक शब्द पर ध्यान दीजिए) को इग्नोर कर सकता है? 👇👇 https://primetrace.com/group/1194150/post/1157020701?utm_source=android_post_share_web&referral_code=VK58C&utm_screen=post_share&utm_referrer_state=SUPER_ADMIN?ref=VK58C
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