SATYAM SANĀTANAḤ
June 19, 2025 at 03:44 PM
*भारत की जनगणना (Census of India) :* देश में प्रत्येक 10 वर्षों में एक बार कराई जाती है। यह भारत सरकार का एक अत्यंत महत्वपूर्ण कार्य है जो देश की जनसंख्या, सामाजिक-आर्थिक स्थिति, निवास की स्थिति, शिक्षा, रोजगार, भाषा, धर्म आदि की विस्तृत जानकारी एकत्र करता है। इसे भारत का Registrar General and Census Commissioner (गृह मंत्रालय के अधीन) संचालित करता है। ✅ *जनगणना की पूरी प्रक्रिया:* 1. *तैयारी (Planning Phase)* *मैपिंग व डिवीजन:* भारत को कई छोटे-छोटे क्षेत्रीय खंडों में बाँटा जाता है जिन्हें Enumeration Blocks (EB) कहा जाता है। *प्रशिक्षण:* जनगणना अधिकारियों, सुपरवाइज़रों और गणनाकारों को प्रशिक्षण दिया जाता है। *सॉफ्टवेयर/तकनीक:* जनगणना 2021 (अब स्थगित) में डिजिटल फॉर्म और मोबाइल ऐप्स का भी उपयोग प्रस्तावित था। 2. *गणना के दो चरण* 📌 *पहला चरण:* घर और गिनती की जानकारी (House Listing and Housing Census) मकानों की संख्या, प्रकार (कच्चा/पक्का), पानी, बिजली, शौचालय, रसोई गैस जैसी सुविधाओं की जानकारी ली जाती है। मकानों को एक यूनिक नंबर दिया जाता है। 📌 *दूसरा चरण:* जनसंख्या गणना (Population Enumeration) *प्रत्येक व्यक्ति से यह जानकारी ली जाती है:* नाम, लिंग, आयु, जन्म स्थान धर्म, जाति, भाषा शिक्षा स्तर वैवाहिक स्थिति कार्य/रोज़गार की स्थिति विकलांगता (यदि कोई हो) प्रवास की स्थिति 3. *डेटा संग्रह (Data Collection)* *पारंपरिक तरीके:* कागज के फॉर्म भरना *डिजिटल तरीका:* मोबाइल ऐप (Census 2021 के लिए प्रस्तावित था, लेकिन COVID-19 के कारण विलंब हुआ) 4. *डेटा प्रोसेसिंग और विश्लेषण* सभी आंकड़े स्कैन और डिजिटल फॉर्मेट में बदले जाते हैं। राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर रिपोर्ट तैयार होती है। 5. *प्रकाशन (Publication)* *जनगणना के आंकड़े चरणबद्ध तरीके से जारी किए जाते हैं:* प्राथमिक आंकड़े (provisional data) अंतिम आंकड़े (final data) विभिन्न श्रेणियों (जैसे शिक्षा, लिंग अनुपात, भाषा आदि) में विस्तृत रिपोर्ट अगली जनगणना कब होगी? भारत में आखिरी जनगणना 2011 में हुई थी। 2021 की जनगणना COVID-19 के कारण स्थगित हो गई थी। अब संभावना है कि अगली जनगणना 2026 और 2027 तक हो सकती है, लेकिन सरकार की ओर से कोई अंतिम तिथि घोषित नहीं हुई है। 🌐 *नई जनगणना की विशेषताएँ (जब होगी):* *डिजिटल गणना:* मोबाइल ऐप्स और ऑनलाइन स्वयं-गणना की सुविधा। स्वयं-संपूर्णता (Self Enumeration): लोग खुद भी ऑनलाइन फॉर्म भर सकेंगे। डेटा सुरक्षा पर जोर। 🧑‍🤝‍🧑 *जनगणना क्यों महत्वपूर्ण है?* सरकारी नीतियाँ और योजनाएँ बनाने में सहायक संसाधनों का न्यायसंगत वितरण आरक्षण, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार की योजनाओं का आधार चुनाव क्षेत्रों का पुनर्निर्धारण ______________________ *आपको जनगणना 2011 की मुख्य जानकारी देते हैं:* 🧾 भारत की जनगणना 2011 – मुख्य आँकड़े 🔹 *कुल जनसंख्या:* 121 करोड़ (1,21,08,54,977) 🔹 *पुरुष और महिला जनसंख्या:* पुरुष: 62.37 करोड़ महिला: 58.74 करोड़ *लिंग अनुपात (Sex Ratio):* 👉 943 महिलाएँ प्रति 1000 पुरुष (2001 में यह 933 था) 🔹 *जनसंख्या वृद्धि दर (2001-2011):* 17.7% (2001-2011 के बीच 17.7% की वृद्धि हुई थी, जबकि 1991-2001 में यह 21.5% थी) 🔹 *साक्षरता दर (Literacy Rate):* कुल साक्षरता: 74.04% पुरुष: 82.14% महिला: 65.46% (2001 में कुल साक्षरता 64.8% थी) 🔹 *भारत का सबसे अधिक आबादी वाला राज्य:* उत्तर प्रदेश (U.P.) 👉 19.98 करोड़ 🔹 *भारत का सबसे कम आबादी वाला राज्य/केंद्र शासित प्रदेश:* लक्षद्वीप 👉 लगभग 64,429 लोग 🔹 *घनत्व (Population Density):* 382 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर (2001 में यह 324 था) 🔹 *शहरी और ग्रामीण जनसंख्या:* ग्रामीण जनसंख्या: 68.84% शहरी जनसंख्या: 31.16% 🔹 *जनगणना 2011 में धर्म आधारित आँकड़े (कुछ प्रमुख धर्म):* *हिंदू: 79.8%* मुस्लिम: 14.2% ईसाई: 2.3% *सिख: 1.7%* *बौद्ध: 0.7%* *जैन: 0.4%* 🔹 *कुल घरों की संख्या:* 24.9 करोड़ #bysprajgroup #satyamsanātanaḥ #chatgpt #ai #2025
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