श्री खेतेश्वर ब्रह्मधाम तीर्थ आसोतरा
                                
                            
                            
                    
                                
                                
                                June 16, 2025 at 05:24 AM
                               
                            
                        
                            सब धरती कागज करूँ, लिखनी सब बनराय
सात समुद्र की मसि करूँ, गुरु गुण लिखा न जाय!!
सब पृथ्वी को कागज, सब जंगल को कलम, सातों समुद्रों को स्याही बनाकर लिखने पर भी गुरु के गुण नहीं लिखे जा सकते!!
                        
                    
                    
                    
                        
                        
                                    
                                        
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