
घूमता आईना 🪞 by Anupam Mishra
June 17, 2025 at 07:32 PM
#बाइस्कोप
जहां में ऐसा कौन है कि जिसको ग़म मिला नहीं
तुम्हारे प्यार की कसम, तुम्हारा ग़म है मेरा ग़म
न यूँ बुझे-बुझे रहो, जो दिल की बात है कहो
जो मुझ से भी छुपाओगे, तो फिर किसे बताओगे
मैं कोई गैर तो नहीं, दिलाऊँ किस तरह यकीं
कि तुमसे मैं जुदा नहीं, मुझसे तुम जुदा नहीं
साधना और देव आनंद, फ़िल्म “हम दोनों” (1961)
मेरी समझ में जयदेव ने इस फ़िल्म में अपना सर्वश्रेष्ठ संगीत दिया है
“अभी न जाओ छोड़ कर के दिल अभी भरा नहीं” आज भी रोमांटिक गीतों का सरताज है
“मैं ज़िंदगी का साथ निभाता चला गया” गीत लिख कर साहिर ने भी जैसे देव साहब की ज़िंदगी बयान कर दी
देव इसमें दोहरी भूमिका में थे, दूसरे रोल में उनके साथ नंदा थीं
इस फ़िल्म का एक और गीत देव आनंद की दोहरी भूमिकाओं पर फ़िल्माया गया है
“कभी ख़ुद पे कभी हालात पे रोना आया
बात निकली तो हर एक बात पे रोना आया”
फ़िल्म और ये रोमांटिक जोड़ी दोनों बेहद हिट रहीं और अगले ही साल “असली-नक़ली” (1962) ने भी धूम मचा दी ।
दोनों फ़िल्मों में साधना और देव में ग़ज़ब की केमिस्ट्री नज़र आयी। दोनों स्टार एक्टिंग से ज़्यादा अपनी अदाओं के लिये जाने जाते थे 😎
ज़िंदगी के फ़लसफ़े को समेटे हुए गंभीर नग़मे, सुंदर संगीत, सीधी-साधी कहानियाँ, दिल को छूते पात्र, ख़ूबसूरत अदाकार, जादुई ज़माना
जाने कहाँ गये वो दिन 🥰
*Anupam Mishra on Twitter*
https://x.com/scribe9104/status/1935049129597788439?s=46&t=ev8YEEnZbrO2rFfzCB9IkA
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