Sarkari Job Update
                                
                            
                            
                    
                                
                                
                                June 5, 2025 at 11:31 AM
                               
                            
                        
                            *🔴”सरल” की सांसें बंद, साइबर ठगों का कारोबार चालू!*
📍जहां एक ओर अंत्योदय ‘सरल केंद्र’ का सर्वर बीते एक सप्ताह से ठप पड़ा है और छात्र अपने जरूरी कागजात बनवाने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (HSSC) की ग्रुप-C भर्ती को लेकर चल रहे कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (CET) के आवेदनों ने एक और शर्मनाक मोड़ ले लिया है।
*🔆सुशील भारद्वाज/नांगल चौधरी/हरियाणा*
अब साइबर अपराधियों ने अभ्यर्थियों की मजबूरी को अपना हथियार बनाया है। एक फर्जी CET वेबसाइट बनाकर ठगों ने ऐसा जाल बिछाया कि 14 लाख से अधिक उम्मीदवार उसमें फंस गए।
*❌ “सरल” बंद, “ठगी” चालू!*
सरकार का सिस्टम जहां जमीनी स्तर पर जाम है, वहीं ऑनलाइन फर्जीवाड़ा तेज़ी से फल-फूल रहा है।
• असली सरकारी पोर्टल: http://onetimeregn.haryana.gov.in
• फर्जी ठग पोर्टल: http://onetimeregn.examinationservices.in/login1.php
*फर्क साफ है,* लेकिन क्या सिस्टम की नींद अभी भी नहीं टूटी?
*⛑️पहले पैसा, फिर ठगी!*
फर्जी वेबसाइट की सबसे खतरनाक चाल यह है कि वह आवेदन की पहली स्टेप पर ही फीस मांगती है।
जबकि सरकारी पोर्टल पर आवेदन के बाद फीस भरने का विकल्प आता है। यहां तक कि ठगी गई फीस किसी “नीतू कुमारी” नामक महिला के बैंक खाते में ट्रांसफर होती है।
*⛑️सवाल यह है*
क्या यह नेटवर्क सिर्फ एक व्यक्ति का है या साइबर माफिया का कोई संगठित रैकेट?
*📍फीस बराबर, जाल गहरा*
साजिश इतनी महीन है कि ठगों ने दोनों वेबसाइट्स पर फीस भी बराबर ही रखी:
• सामान्य वर्ग: ₹500
• BC व SC वर्ग: ₹250
ताकि किसी को फर्क ही न महसूस हो और पैसा ठगों की जेब में सीधा जाए।
*⭕️HSSC जागा, FIR दर्ज*
HSSC के सदस्य भूपेंद्र चौहान ने खुद इस फर्जीवाड़े की पुष्टि की है। उन्होंने कहा मामला संज्ञान में आते ही FIR दर्ज कराई गई है और साइबर अपराध शाखा जांच में जुट गई है।
लेकिन ये कदम तब उठाया गया, जब लाखों युवा भ्रमित हो चुके थे।
*🤯 46 लाख विजिट, 14 लाख ठगी के मुहाने पर*
CET पोर्टल पर अब तक 46 लाख विजिट दर्ज हुए।
• 32 लाख अभ्यर्थी सरकारी वेबसाइट पर पहुंचे।
• 14 लाख ने फर्जी पोर्टल खोला!
कितनों ने पैसे दिए, कितनों से ठगी हुई अब तक कोई आधिकारिक खुलासा नहीं।
*❗जनता पूछ रही है*
• अगर सरकार छात्रों के सरल कार्य तक सुनिश्चित नहीं कर पा रही…
• अगर सिस्टम एक फर्जी वेबसाइट तक समय रहते पकड़ नहीं पा रहा…
• अगर युवा ठगी का शिकार बन रहे हैं और सरकारी पोर्टल लटक रहा है…
तो फिर सिस्टम किसके लिए है?
*HSSC ने चेतावनी दी है*
“अभ्यर्थी केवल आधिकारिक वेबसाइट पर ही आवेदन करें। लिंक को सावधानी से देखें और किसी भी संदिग्ध पोर्टल से बचें।”
*✅ सरकार से सवाल:*
• सरल केंद्र क्यों ठप हैं?
• एक फर्जी वेबसाइट 14 लाख लोगों तक कैसे पहुंच गई?
• क्या कोई जवाबदेह भी है, या फिर सिर्फ चेतावनी और FIR से ही शासन चलता रहेगा?
➡️ ये सिर्फ वेबसाइट नहीं, सिस्टम की विश्वसनीयता पर सबसे बड़ा हमला है।
और अफसोस यह है कि हमला हो चुका है, लेकिन बचाव अब भी अधूरा है।