INC-Assam
June 21, 2025 at 08:29 AM
*नीतीश कुमार बिना पेंदी के लोटे.......अबकी बार बिहार नहीं करेगा बर्दाश्त*
*कौन नहीं जानता कि नीतीश कुमार की जान कुर्सी में है, वो पैदा ही कुर्सी के लिए हुए हैं। बिहार और बिहार के लोग भले ही भाड़ में जाए, बस उनकी मुख्यमंत्री की कुर्सी नहीं जानी चाहिए। नीतीश कुमार कुर्सी के लिए पाकिस्तान से भी हाथ मिला सकते हैं, BJP- RSS क्या चीज है।*
👉भारत के इतिहास में नीतीश इकलौते ऐसे नेता हैं, जिनके लिए राजनीति की मर्यादा, नैतिकता और विचारधारा जरा सा भी मायने नहीं रखती, उन्हें कुर्सी मिलनी चाहिए। बाकी वो किसी भी हद तक गिर सकते हैं। ऐसे बेशर्म, समझौतावादी और बिन पेंदी का लोट बिहार का कलंक है।
👉आप बताइये कि जिस मोदी और BJP ने नीतीश कुमार के DNA पर सवाल उठाते हुए बिहार को अपमानित किया था, अगर नीतीश में जरा सी भी शर्म होती तो वो BJP के साथ सरकार बनाते ?
👉क्या कुर्सी के लिए इधर से उधर बार-बार पलटी मारने वाला नेता बिहार का मुख्यमंत्री बनने के काबिल है ? इसका जवाब खुद बिहार की जनता को सोचना पड़ेगा।
➡️आज बिहार में जिस तरह का गुंडाराज और भ्रष्टाचार चल रहा है, उसे देखकर तो यही लग रहा है कि नीतीश से बिहार नहीं संभल रहा है। वैसे भी 74 साल के उम्र में नीतीश का मानसिक संतुलन बेहद गड़बड़ा गया है। वो कहां क्या बोल दें, कैसे हरकतें कर दें....कुछ नहीं कहा जा सकता।
➡️हर दिन बिहार में कानून-व्यवस्था की धज्जियां उड़ रही है। हत्या, लूट और बलात्कार से बिहार की मिट्टी कलंकित हो रही है, ऐसा कोई दिन नहीं जब महादलितों, वचिंतो और गरीबों को सताया न जा रहा हो। अभी कुछ ही दिन पहले आरा में दिनदहाड़े इतिहास की सबसे बड़ी लूट हुई है।
➡️इससे पहले नवादा में दबंगों ने सैकड़ों महादलितों के घर फूंक दिए थे। दबंगों ने खुलेआम दिन दहाड़े सैकड़ों राउंड गोलियां चलाकर गरीब महादलितों को मारा-पीटा था। आज महीनों बीतने के बाद भी किसी पीड़ित को न्याय नहीं मिल पाया है।
➡️कौन भूल सकता है मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड के कलंक को, जिसके कारण बिहार पूरी दुनिया में बदनाम हुआ। जहां सैकड़ों नाबालिग बेटियों के साथ घिनौना कुकर्म किया गया। सरकार में शामिल लोगों के करीबियों ने छोटी-छोटी बच्चियों का यौन उत्पीड़न किया, उनके साथ अत्याचार किया। ये सब नीतीश की सुशासन सरकार में हुआ।
➡️आज बिहार में हर रोज पुल गिर रहे हैं। बिना नदी और नहर के खेत में पुल बनाकर जनता के पैसे का दिनहाड़े बंदर बांट किया जा रहा है। सड़कों, स्कूलों और अस्पतालों की स्थिति देखकर लगता है कि हम अफगानिस्तान में आ गए हैं।
➡️कहने को बिहार में शराबबंदी है, मगर मजदूरों से लेकर सरकारी दफ्तरों के अधिकारी-बाबू सब शराब के नशे में टुन्न रहते हैं। बिहार के हर ब्लॉक में शराब माफियाओं का बोल बाला है। पैसा कमाने के चक्कर में बेरोजगार युवा अपराधी और तस्कर बन गए हैं। थाना-पुलिस, अदालत सब इन अपराधियों के फेंके टुकड़ों पर पल रहे हैं।
👉आज बिहार में न महिलाओं-बेटियों की इज्जत सुरक्षित हैं, न ही व्यापारियों का धंधा- बिजनेस। बिहार में सिर्फ भ्रष्टाचारियों और कुकर्मियों की बहार है। बिहार की जनता को खुद नहीं पता कि कब उसके साथ कौन सी घटना हो जाए......बीते 10 सालों में नीतीश ने बिहार को यही उपहार दिया है।
*अब मौका है ऐसे भ्रष्ट सत्ता को उखाड़ फेंकने का.......अगर अब भी बिहार ने सही डिसिजन नहीं किया तो आप खुद अंदाजा लगाइये कि बिहार के भविष्य का क्या होगा...।*