BhaktiTak
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June 21, 2025 at 02:29 AM
*जय श्री सीता राम* https://whatsapp.com/channel/0029VagzxYM3wtbBjjiijQ0Y *🌞~ आज का पञ्चाङ्ग ~🌞* *⛅दिनांक - 21 जून 2025* *⛅दिन - शनिवार* *🌥️संवत्सर – सिद्धार्थ* *⛅विक्रम संवत् - 2082* *🌥️शक संवत – 1947* *🌥️कलि युगाब्द – 5127* *⛅अयन - उत्तरायण* *⛅ऋतु - ग्रीष्म* *⛅मास - आषाढ़* *⛅पक्ष - कृष्ण* *⛅तिथि - दशमी सुबह 07:18 तक, तत्पश्चात् एकादशी प्रातः 04:27 जून 22 तक, तत्पश्चात् द्वादशी* *⛅नक्षत्र - अश्विनी शाम 07:50 तक  तत्पश्चात् भरणी* *⛅योग - अतिगण्ड रात्रि 08:29 तक तत्पश्चात् सुकर्मा* *⛅राहुकाल - सुबह 09:18 से सुबह 11:00 तक* *⛅सूर्योदय - 05:13* *⛅सूर्यास्त - 06:47* स्थानीय समयानुसार राहुकाल सूर्यास्त सूर्योदय समय में अंतर सम्भव है। *⛅दिशा शूल - पूर्व दिशा में* 🔥 *अग्निवास*🔥 26+07+01=34÷4=02 पाताल लोक में।❌❌ 🔱 *शिववास*🔱 26+26+5=57÷7 =01 कैलाश वासे। ✅✅ *⛅व्रत पर्व विवरण - योगिनी एकादशी, अंतराष्ट्रीय योग दिवस* एकादशी व्रत गृहस्थ लोगों को आज ही करना है। ⛅विशेष - दशमी को कलंबी शाक त्याज्य है एवं एकादशी को शिम्बी (सेम) खाने से पुत्र का नाश होता है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंड: 27.29-34) *कर्णवेध संस्कार क्यों व कैसे ?* 🌷हिन्दू धर्म- संस्कारों में कर्णवेध (कान छेदना) संस्कार नौवाँ संस्कार है । बालकों व बालिकाओं की शारीरिक व्याधियों से रक्षा ही इस संस्कार का मूल उद्देश्य है । 🌷'आयुर्वेद' (सुश्रुत संहिता, चिकित्सा स्थान : १९.२४) के अनुसार कान छेदने से अंत्रवृद्धि (inguinal hernia) होने की सम्भावना नहीं रहती । 🌷यह मान्यता है कि कर्ण-छेदन करने से सूर्य की किरणें कानों के उन छिद्रों से प्रवेश पाकर सामने बालक-बालिका को तेज-सम्पन्न बनाती हैं । बालक के पहले दायें कान में और बाद में बायें कान में छेद करें तथा बालिका के पहले बायें कान में फिर दायें कान में छेद करें । बालिका के बायें नथुने में भी छेद करके आभूषण पहनाने का विधान है । 🌷मस्तिष्क के दोनों भागों को विद्युत के प्रभावों से प्रभावशाली बनाने के लिए नाक और कानों में सोना पहनना लाभकारी माना गया है । 🌹🌹🌷🌷🍁🍁🌷🌷🌹🌹 *एकादशी* 21 जून 2025 दिन शनिवार योगिनी एकादशी व्रत स्मार्त गृहस्थ। 22 जून 2025 दिन रविवार योगिनी एकादशी व्रत वैष्णव। 06 जुलाई 2025 देव शयनी एकादशी व्रत सर्वे । 👉 04 जुलाई 2025 दिन शुक्रवार भड़ली नवमी। *प्रदोष व्रत* 23 जून 2025 दिन सोमवार प्रदोष व्रत मासिक शिव रात्रि। 08 जुलाई 2025 मंगलवार प्रदोष व्रत। *पूर्णिमा* 10 जुलाई 2025 दिन गुरुवार व्रत, स्नान दान पूर्णिमा। *अमावस्या* 25 जून 2025 दिन बुधवार देव पितृ कार्य अमावस्या।

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