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June 20, 2025 at 02:09 PM
🔆 भारत में सर्दियों का मौसम: प्रमुख कारक और प्रभाव 📍 1. सतही दबाव और हवाएँ ✅ मध्य और पश्चिम एशिया में उच्च दबाव का क्षेत्र बनता है। ✅ ठंडी महाद्वीपीय हवाएँ उत्तर से भारत में आती हैं। ✅ ये व्यापारिक हवाओं से टकराते हैं → अस्थिर क्षेत्र का निर्माण करते हैं। ✅ परिणाम: उत्तर-पश्चिमी भारत में शुष्क, ठंडी उत्तर-पश्चिमी हवाएँ चलती हैं। 📍 2. जेट स्ट्रीम और ऊपरी वायु परिसंचरण ✅ शीतकाल में एशिया में पश्चिमी जेट धाराएं हावी रहती हैं। ✅ तिब्बती हिमालय जेट को दो भागों में विभाजित करता है: 🔹उत्तरी शाखा तिब्बती पठार के ऊपर बहती है। 🔹 दक्षिण शाखा हिमालय के दक्षिण से होकर गुजरती है। ✅ उपोष्णकटिबंधीय पश्चिमी जेट उत्तर-पश्चिम भारत में शीतकालीन वर्षा लाता है । 📍 3. पश्चिमी विक्षोभ और चक्रवात ✅ पश्चिमी विक्षोभ ( भूमध्य सागर से) उत्तर और उत्तर-पश्चिम भारत में पहुंचा। ✅ हल्की सर्दियों की बारिश लाओ → गेहूं की फसलों के लिए बहुत अच्छा है । ✅ अक्टूबर-नवंबर में पूर्वी हवाओं के कारण उष्णकटिबंधीय चक्रवात आने की संभावना बनी हुई है। ✅ पूर्वी तटीय राज्यों - तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, ओडिशा में भारी बारिश और हवाएं चलेंगी। #geography
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