
Qadri Samar Foundation
June 17, 2025 at 05:46 AM
*तारीख़ में उम्मत पे जो एहसान लिखेगा*
*मुझको है यक़ीं दौलते उस्मान लिखेगा*
*गर शर्म व हया पर कोई दीवान लिखेगा*
*मुझको है यक़ीं सीरते उस्मान लिखेगा*