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June 21, 2025 at 10:53 AM
**राधा/ध:-स्व-आ-मी! 21-06-25- आज शाम सतसंग में पढ़ा गया बचन- कल से आगे:- (16.11.32 बुध)- सुबह 6 बजे की गाड़ी से आगरा के लिये रवाना हो गये। रास्ते भर फिर सतसंगी मिलते रहे। रात को 8:30 बजे दयालबाग वाहिद (प्रविष्ट) हुए। रास्ते में रेल से देखने पर फ़सलों का बुरा हाल नजर आता था। मालूम हुआ कि नुमाइश पटना में अंदाज़न 6½ हजार का माल फरोख्त (विक्रय) हुआ और 280 नये भाइयों व बहनों ने राधा/ध:-स्व-आ-मी दयाल की चरन शरन अख्तियार की। रास्ते में इलाहाबद के भाइयों ने नुमाइश इलाहाबाद की तारीख की तक़रुरी (निश्चित) करने के लिये ज़ोर दिया। अभी दिसम्बर का बोझ सर पर है। यह टल जाये तब किसी दूसरे काम के लिये फुरसत निकले। 🙏🏻राधा/ध:-स्व-आ-मी🙏🏻 रोजाना वाक़िआत- परम गुरु हुजूर साहबजी महाराज!**
**परम गुरु हुजूर मेहताजी महाराज के बचन- भाग-1- कल से आगे:- (143 ही का चौथा व अंतिम भाग)-अब आप ऐसे लड़कों के लिए जिन्हें अपने अध्यापकों के अनुसार इंडस्ट्री में शामिल होना चाहिए था परन्तु वह नहीं हुए, मौज से शब्द से पूछिये। शब्द निकला:- गुरु प्यारे से मिलना उमंग उमंग॥टेक॥ चित दे सुनो गुरु के बचना । सीखो उनसे भक्ती ढंग।।१।। करम भरम सब दूर निकारो। छोड़ो सबही कुसंग॥२॥ गुरु का बल ले चढ़ो गगन को । काल करम रहे दंग॥४॥ दीन हीन मोहिं चीन्ह दया से। राधा/ध:-स्व-आ-मी मिलाया अपने अंग।।५।। (प्रेमबानी, भाग ३, बचन १२ (२), शब्द ३०) फरमाया-इन छात्रों के जो गुरु प्यारे हों उनके पास वह जायँ और उनसे भक्ति रीति सीखें। हमको उनसे क्या वास्ता ? यदि वे साहबजी महाराज से भी जाकर पूछेंगे तो वह भी यही फरमा देंगे कि जो डायरेक्टर इंडस्ट्रीज़ हों उनके पास जाओ और जो कुछ वह कहें उसके अनुसार चलो। उन्हें अंत में इसी घाट पर आना पड़ेगा। यह लड़के समझते हैं कि वे पढ़ कर एक दिन बादशाह हो जावेंगे और उनके घर के लोग व उनके परामर्शदाता भी उनको यही सलाह देते हैं। उनके लिए इस शब्द में यह आदेश दिया गया है कि- 'छोड़ो सबही कुसंग,' यानी ऐसे संग साथ को जो तुम्हारी सेवा के मार्ग में बाधक होते हैं तुरन्त छोड़ दो और उनकी बातों पर कोई ध्यान मत दो। आपको यह याद रखना चाहिए कि इस बारे में जो आज्ञाएँ प्रेजीडेंट साहब या डायरेक्टर इंडस्ट्रीज देंगे, चाहे वह लिखित हों या मौखिक, उनका पालन ठीक तौर किया जाना चाहिए। जिन छात्रों ने अब अपने नाम दिए हैं वे हर प्रकार की सुविधाओं के अधिकारी होंगे और जो पीछे रहेंगे उनको सुविधाएँ पाने में भी पीछे रहना पड़ेगा। 🙏🏻राधा/ध:-स्व-आ-मी🙏🏻**