
Vakshi Organics
June 3, 2025 at 11:28 PM
🕉️ *बोलता तो हर कोई है*
*किसी की "जुबान" बोलती है, किसी की "नीयत" बोलती है, किसी का "समय" बोलता है, किसी का "पैसा" बोलता है, किसी का "दबदबा" बोलता है* पर जिंदगी के "अंत" में ऊपर वाले के "दरबार" में केवल *इंसान का "कर्म" बोलता है।*
इसलिए आए प्रयत्न करें , हमारा हर कर्म राष्ट्रसेवा में समर्पित हो ।
इससे ऊंचा कोई कर्म नहीं, इससे ऊंचा कोई धर्म नहीं ।
भारत माता की जय 🙏🏼🇮🇳🕉️😊🪷🪴🪴🪴
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