
Sleepy Politics
4.1K subscribers
About Sleepy Politics
Regular ground truth reports, explainers, knowledgeable content, behind the scenes updates and stories on Politics YouTube : https://youtube.com/@sleepypolitics Instagram : https://www.instagram.com/sleepypolitics X(twitter) : https://x.com/SleepyPolitics1 Facebook : https://www.facebook.com/sleepypolitics1 https://www.facebook.com/SleepyPolitics/
Similar Channels
Swipe to see more
Posts

हरियाणा नगर निगम मेयर चुनाव में आज की स्थिति - 1. अम्बाला - BJP 2. हिसार - Close Call 3. गुरुग्राम - BJP 4. मानेसर - BJP 5. रोहतक - Congress edge 6. करनाल - BJP 7. पानीपत - BJP 8. यमुनानगर - BJP 9. फरीदाबाद - BJP 10. सोनीपत - BJP

कांग्रेस में बड़े बदलाव के संकेत! ⚡ संगठन महासचिव KC Venugopal को हटाकर केरल प्रदेश अध्यक्ष बनाकर भेजा जा सकता है। ⚡ मीडिया से जयराम रमेश को हटाया जा सकता है और सोशल मीडिया टीम को नया कलेवर दिया जाएगा। ⚡ सुनील कानूगुलो, CWC के कई सदस्य भी हटाए जा सकते हैं। Election Management wing को प्रियंका गांधी head कर सकती है।

राजस्थान कांग्रेस जनता के लिए धरने प्रदर्शन से ज्यादा गांधी परिवार को खुश करने में व्यस्त! ⚡ राजस्थान कांग्रेस पिछले कुछ दिनों से बीजेपी सरकार पर हमलावर है क्योंकि राजस्थान सरकार में मंत्री अविनाश गहलोत ने इंदिरा गांधी पर टिप्पणी करी। सभी कांग्रेसी इस प्रदर्शन में खुद को आगे दिखाने में व्यस्त हैं। ⚡ परंतु क्या ये जनहित का मुद्दा है? क्या ये किसान, पानी, सड़क, रोजगार से जुड़ा मुद्दा है जो जनता के बीच मैसेज जाए कि उनकी हकों की लड़ाई लड़ी जा रही है। विपक्ष का काम तो सरकार की गलत नीतियों पर उनको घेरना होता है।

विनेश फौगाट और बजरंग पूनिया हुए हरियाणा कांग्रेस में साइडलाइन! ⚡ खेल से राजनीति में आए बजरंग पूनिया और विनेश फौगाट को विधानसभा चुनाव में त्वजो मिली परंतु शायद उनके द्वारा पार्टी में खुद की अलग पहचान बनाना भारी पड़ सकता है। ⚡ हाल ही में नगर निगम चुनाव में जारी स्टार प्रचारकों की लिस्ट में दोनों का नाम नहीं था। पहले भी खबरें आई थी कि वो किसी गुट में शामिल न होकर राजनीति कर रही हैं। लेकिन शायद कांग्रेस पार्टी की रीति नीति से वाकिफ न हों क्योंकि यहां बिना किसी को नेता माने बिना राजनीति मुश्किल है।

दिल्ली विधानसभा के मौजूदा सत्र में देश की CAG की 14 रिपोर्ट। ⚡ दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने वायदा किया था कि अगर वह सत्ता में आती है तो CAG की 14 रिपोर्ट जो सदन में पेश नहीं हुई है उनको पहले विधानसभा सत्र में ही सदन के पटल पर रखी जाएगी। ⚡ इन रिपोर्ट में एक रिपोर्ट शराब घोटाले के ऊपर भी है और अगर इन्हें पेश किया जाता है तो आम आदमी पार्टी और खासकर अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। आम आदमी पार्टी के खिलाफ जनता में गलत perception जाएगा और राजनीति PERCEPTION का ही खेल है।

कांग्रेस में बदलाव हो रहा है या नहीं यह बड़ा विषय नहीं है बड़ा विषय यह है कि कांग्रेस के पास अब खुद को बदलने के अलावा कोई विकल्प ही नहीं बचा है।

हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए कोई OBC चेहरा सबसे उपयुक्त रहेगा! ⚡ राव दान सिंह इसमें सबसे फिट बैठते हैं क्योंकि उनके पास संसाधन के साथ अनुभव भी है। वैसे भी कांग्रेस यादव बैल्ट ( गुड़गांव, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़) में लगभग साफ हो गई है। ⚡ DSC आरक्षण देने के बाद जाटव मतदाता वैसे भी बीजेपी की तरफ नहीं जाएगा और OBC वोटर खासकर यादवों में अभी भी मुख्यमंत्री नहीं बन पाने की टीस है। राव दान सिंह के नाम पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा को भी कोई आपत्ति नहीं होगी।

क्या पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत नहीं आएंगे कांग्रेस की मुख्य धारा में ? ⚡ कहते हैं किसी वक्त अशोक गहलोत गांधी परिवार की आंख नाक कान होते थे उनकी गिनती पार्टी में सबसे वफादार में होती थी। पार्टी ने भी उन्हें बहुत कुछ दिया और केंद्रीय मंत्री, पार्टी महासचिव, राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष और राजस्थान के मुख्यमंत्री के तौर पर सुशोभित किया। ⚡ परंतु 25 सितंबर 2022 को जब पार्टी हाइकमान द्वारा विधायक दल की बैठक बुलाई और अशोक गहलोत को जब पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की तैयारी कर रही थी तो उनके समर्थकों द्वारा बगावत हुई चूंकि वह राजस्थान के मुख्यमंत्री का पद सचिन पायलट को देने के पक्ष में नहीं थे इसलिए विधायक दल में उनके समर्थित विधायक को द्वारा बैठक का बहिष्कार हुआ। उसके बाद से गांधी परिवार का भरोसा कम हो गया। खबर है कि गहलोत साहब अपने आपको दिल्ली में सेटल करने का प्रयास कर रहे हैं परंतु दाल गल नहीं रही।

अशोक तंवर राजनीतिक परिदृश्य से गायब! ⚡ अशोक तंवर जब से कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए हैं तब से वो गायब से हो गए हैं। उन्होंने विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बीजेपी छोड़कर कांग्रेस ज्वाइन की थी। ⚡ उन्होंने अपनी राजनीति की शुरुआत कांग्रेस से की थी, फिर अपना अलग मोर्चा बनाया और फिर तृणमूल कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए, इसके बाद आम आदमी पार्टी ज्वाइन की और फिर भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन करके सिरसा से लोकसभा चुनाव लड़ा। विधानसभा चुनाव में जब उन्हें लगा कि कांग्रेस की सरकार बन रही तो वे कांग्रेस में शामिल हो गए। लेकिन वो अब पूरी तरीके से political inactive हो गए हैं।