
Global Foundation Society
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About Global Foundation Society
*उन्नत कृषि, खुशहाल किसान, समृद्ध भारत* *ग्रामीण विकास के द्वार हम खोलते हैं।* *स्वरोजगार के अवसर हमारे साथ है।* *ये ग्रुप ग्लोबल फाउण्डेशन सोसायटी द्वारा चलाई जा रही परियोजनाओं की सूचनाएं क्रियान्वयन,सलाह,संवाद व अद्यतन कृषि तकनीकी की जानकारी के लिए प्रसार कार्यकर्ताओं व किसानों के लिए है* *उपलब्ध सेवाएं* *१-खुशहाल किसान एग्रीमार्ट* *२-किसान/विशेषज्ञ आपके द्वार (किसान प्रशिक्षण कार्यक्रम)* *३-किसान उत्पादक संगठन FPO का गठन* *४-मिट्टी की जांच* *५-ग्लोबल बीजोत्पादन कार्यक्रम* *उन्नत कृषि खुशहाल किसान समृद्ध भारत* *निदेशक* *ग्लोबल फाउण्डेशन सोसायटी*
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#कद्दू_की_खेती (Pumpkin Farming) एक लाभकारी और आसान कृषि गतिविधि है, जो कई प्रकार की जलवायु में की जा सकती है। कद्दू की खेती से अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है, खासकर यदि आप सही तरीके से खेती करते हैं। कद्दू की खेती के लिए ऐसी भूमि चुनें, जहाँ पानी का निकासी अच्छा हो और मिट्टी में नमी बनी रहे। कद्दू के लिए हल्की और रेतीली दोमट मिट्टी सर्वोत्तम मानी जाती है। pH स्तर 6 से 7 के बीच होना चाहिए। 2. बीज का चयन: बाजार में कद्दू के विभिन्न प्रकार के बीज मिलते हैं। आप अपनी आवश्यकता के अनुसार बीज चुन सकते हैं, जैसे- खाने के लिए, बीज निकालने के लिए, या सजावट के लिए। 3. बीज की बुआई का समय: कद्दू के बीज मार्च से मई के बीच बोए जाते हैं, जब तापमान 25 से 30 डिग्री सेल्सियस के बीच हो। कद्दू की पौध के लिए गर्म और आर्द्र मौसम की आवश्यकता होती है, इसलिए सर्दी के मौसम में कद्दू नहीं उगते। 4. खेत की तैयारी: खेत की अच्छी तरह से जुताई करें ताकि मिट्टी मुलायम हो जाए और जड़ें अच्छी तरह से फैल सकें। खेत में जैविक खाद (गोबर की खाद या कम्पोस्ट) डालें। 1 मीटर की दूरी पर गड्ढे खोदें, और प्रत्येक गड्ढे में 2-3 बीज डालें। 5. बीज बोने की विधि: खेत में बीजों को कतारों में बोएं, और पौधों के बीच पर्याप्त दूरी रखें ताकि उनकी जड़ें फैल सकें। बीज बोते समय गहरे न बोएं, केवल 2 से 3 सेंटीमीटर गहरे गड्ढे में डालें। साभार --- ग्लोबल रिसर्च सेंटर बेहटा कृषक वाटिका(ग्लोबल फाउन्डेशन सोसायटी द्वारा संचालित एक कृषि पत्रिका) Indian Farmers (भारत का किसान) ग्लोबल रिसर्च सेंटर बेहटा 🌱🌱🌱🌱🌱🌱🌱🌱〽️

*भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान IIVR वाराणसी ने टमाटर और बैंगन के संकर से एक नई प्रजाति विकसित की है। इस नई प्रजाति को ब्रिमैटो (Brimato) कहा जा रहा है जो ब्रिंजल (Brinjal) यानी बैंगन और टोमैटो (Tomato) यानी टमाटर का मिश्रण है। इस खास प्रजाति के पौधे में ही एक ही पौध पर बैंगन और टमाटर दोनों लगते हैं। ग्राफ्टिंग तकनीकी से लगाए जानें वाले यह पौधे छत पर खेती और पोषण वाटिका के लिए मुफीद हैं।* 🌱🌱🌱🌱🌱🌱🌱🌱〽️


#कद्दू_की_खेती (Pumpkin Farming) एक लाभकारी और आसान कृषि गतिविधि है, जो कई प्रकार की जलवायु में की जा सकती है। कद्दू की खेती से अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है, खासकर यदि आप सही तरीके से खेती करते हैं। कद्दू की खेती के लिए ऐसी भूमि चुनें, जहाँ पानी का निकासी अच्छा हो और मिट्टी में नमी बनी रहे। कद्दू के लिए हल्की और रेतीली दोमट मिट्टी सर्वोत्तम मानी जाती है। pH स्तर 6 से 7 के बीच होना चाहिए। 2. बीज का चयन: बाजार में कद्दू के विभिन्न प्रकार के बीज मिलते हैं। आप अपनी आवश्यकता के अनुसार बीज चुन सकते हैं, जैसे- खाने के लिए, बीज निकालने के लिए, या सजावट के लिए। 3. बीज की बुआई का समय: कद्दू के बीज मार्च से मई के बीच बोए जाते हैं, जब तापमान 25 से 30 डिग्री सेल्सियस के बीच हो। कद्दू की पौध के लिए गर्म और आर्द्र मौसम की आवश्यकता होती है, इसलिए सर्दी के मौसम में कद्दू नहीं उगते। 4. खेत की तैयारी: खेत की अच्छी तरह से जुताई करें ताकि मिट्टी मुलायम हो जाए और जड़ें अच्छी तरह से फैल सकें। खेत में जैविक खाद (गोबर की खाद या कम्पोस्ट) डालें। 1 मीटर की दूरी पर गड्ढे खोदें, और प्रत्येक गड्ढे में 2-3 बीज डालें। 5. बीज बोने की विधि


ज्वार, बाजरा, रागी,सावां, कंगनी, चीना, कोदो, कुटकी और कुट्टू को मोटा अनाज कहा जाता है। मोटे अनाज की रोटी न केवल स्वादिष्ट होती है, बल्कि यह सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होती है। 1. *बाजरे की रोटी*: राजस्थान में बहुत लोकप्रिय, बाजरे की रोटी गर्मी देती है और मैग्नीशियम, कैल्शियम जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होती है। 2. *मक्के की रोटी*: पंजाब में बहुत पसंद की जाने वाली, मक्के की रोटी शुगर वालों के लिए बहुत फायदेमंद होती है। 3. *जौ की रोटी*: यूपी और बिहार में बहुत लोकप्रिय, जौ की रोटी फाइबर से भरपूर होती है और पाचन में मदद करती है। 4. *चने की रोटी*: प्रोटीन से भरपूर, चने की रोटी शाकाहारियों के लिए एक अच्छा विकल्प है। 5. *ज्वार की रोटी*: महाराष्ट्र में बहुत लोकप्रिय, ज्वार की रोटी फाइबर और प्रोटीन से भरपूर होती है। इन मोटे अनाजों की रोटी को अपने आहार में शामिल करने से न केवल आपको स्वादिष्ट विकल्प मिलेंगे, बल्कि आपकी सेहत भी अच्छी रहेगी। मोटे अनाज में कई पोषक तत्व होते हैं और इनके कई फ़ायदे हैं: मोटे अनाज में गेहूं और चावल की तुलना में साढ़े तीन गुना ज़्यादा पोषक तत्व होते हैं. मोटे अनाज में खनिज लवण भी भरपूर मात्रा में होते हैं. मोटे अनाज शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को मज़बूत करते हैं. मोटे अनाज खून की कमी को पूरा करते हैं. मोटे अनाज मधुमेह को रोकते हैं. मोटे अनाज गर्भवती महिलाओं और शिशुओं के लिए भी फ़ायदेमंद होते हैं. मोटे अनाज में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम होती है, जो हाई बीपी और दिल से जुड़ी समस्याओं का खतरा कम करने में मदद करती है. मोटे अनाज में मौजूद फाइबर पेट को लंबे समय तक भरकर रखते हैं. मोटे अनाज तासीर में गर्म होते हैं, जिससे सर्दियों में शरीर को गर्माहट मिलती है. ज्वार, बाजरा, रागी, सावां, कंगनी, चीना, कोदो, कुटकी, और कुट्टू को अपनी रोटी में जरूर शामिल कीजिए।🙏

*प्रगतिशील किसान* *किसान साथी प्रेम चंद्र यादव आजमगढ़ जिले के पल्हनी परम्परागत खेती छोड़कर तीन चार साल से गोभी का बीज तैयार करते हैं वो भी प्राकृतिक तरीके से ✔️✔️✔️* *इसमें फसल की देखरेख व मेहनत तो कुछ ज्यादा करनी पड़ती है पर आय परम्परागत खेती से तीन चार गुना ज्यादा होती है 👍*


*🌾 कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय की अनूठी पहल से संवरेगा किसानों का जीवन! 🌾* ✨ *आधुनिक कृषि चौपाल - "विज्ञान से किसान तक"* का तीसरा एपिसोड *जल्द ही डीडी किसान पर प्रसारित* होगा। 📺 यह कार्यक्रम किसानों को *नवीनतम कृषि तकनीकों* और *उन्नत खेती के तरीकों* की जानकारी प्रदान करेगा। 🚜 यह पहल किसानों को *आत्मनिर्भर* बनाने और उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। #agrigoi #DDKisan #KrishiChaupal #AgriInnovation #AgTech #EmpoweringFarmers #FarmersFirst

फ़रवरी माह में भिंडी समेत लगभग सभी लता वाली सब्जियां बोने का समय शुरू #फ़रवरी माह में भिंडी समेत लगभग सभी लता वाली सब्जियां बोने का समय शुरू आप हमारे यहां से सूडान चरी, उर्द, मूंग, ज्वार ,बाजरा और मिलेट्स सनई ढैंचा समेत सभी प्रकार के बीज दवाइयां व जैविक खाद प्राप्त कर सकते हैं। #खुशहाल_किसान_एग्रीमार्ट मकरंद कंपलेक्स, महिला थाना के सामने करौंदिया सुलतानपुर #unnatkrishi #khushhalkisan #samridhbharat
