
श्री काशी विश्वनाथ ऋषि प्रसाद सेवा दर्शन
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About श्री काशी विश्वनाथ ऋषि प्रसाद सेवा दर्शन
*🚩भगवान शिव की नगरी काशी विश्वनाथ धाम में हजारों-लाखों लोगों तक ऋषि प्रसाद वितरण द्वारा सुप्रचार महायज्ञ में सम्मिलित होने के सौभाग्य प्राप्त करें।🙏 संपर्क करें ऋषि प्रसाद कार्यालय वाराणसी (काशी) आश्रम बाबूलाल भाई 🚩* *7309511517*
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जय बाबा विश्वनाथ... जय शिव शम्भू...

*🔱बनारस जोन🔱* *🔱 बाबा विश्वनाथ जी की नगरी काशी🔱* *🌹दिनांक 12 जून गुरुवार 2025🌹* *🚩स्थान :रथयात्रा चौराहा पर भव्य ऋषि प्रसाद वितरण सेवा रखा गया सभी साधक भाई बहन पहुँचे 🙏🙏🚩* *समय: शाम 4:30 बजे से* *🌹ऋषियों के प्रसाद से सारे दुख मिटते हैं। धनभागी हैं वे लोग, जो ऋषि प्रसाद बांटते हैं, और बंटवाते हैं। वे अपनी सात सात पीढियां तारते हैं। उनके माता-पिताओं को धन्यवाद है। - पूज्य बापूजी🌹* *🙏एक समय ऐसा आयेगा ऋषि प्रसाद भागवत की तरह पूजा जायेगा (पूज्य बापू जी) 🙏* *आपको भी सेवा का मौका मिले तो चूकना नहीं*___ 🙏(पूज्य बापू जी) 🙏 *👉अपने - अपने जन्म दिवस निमित्त या शादी के वर्षगांठ निमित्त ऋषि प्रसाद वितरण करवाने के लिए संपर्क करें ऋषि प्रसाद कार्यालय मुक्तिधाम काशी आश्रम* *📲7309511517*बाबूलाल भाई*


*🔱बनारस जोन🔱* *🔱 बाबा विश्वनाथ जी की नगरी काशी🔱* *🌹दिनांक 09 जून सोमवार 2025 🌹* *🚩स्थान : हरहुआ रिंग रोड चौराहा पर 1000 ऋषि प्रसाद पत्रिका का भव्य वितरण सेवा हुआ 🚩* *🙏🙏सेवा में लगे हुए जोगी के प्यारो को खूब- खूब साधुवाद **🙏🙏 *🌹*ऋषियों के प्रसाद से सारे दुःख मिटते हैं।धनभागी हैं वे लोग , जो ऋषिप्रसाद बांटते हैं, और बटवाते हैं। वे अपनी सात - सात पीढियां तारते हैं। उनके माता - पिता को धन्यवाद है ।* *।। पूज्य बापूजी।।* *🌷🌷 अन्नदान , भूमिदान , गौदान , कन्यादान, स्वर्णदान इन सभी दानों में सत्संगदान सबसे सर्वश्रेष्ठ दान है।* *।। पूज्य बापूजी।।🌹* *🙏*जीवन थोडा हैं! मृत्यु कब आयेगी,निश्चित नही हैं! अतः गंभीरता से गुरु सेवा ऋषि प्रसाद सेवा में लग जाओ*🙏 *🪷‘‘तुम्हें भी सेवा का अवसर मिले तो चूकना नहीं’’ - पूज्यश्री🪷* *🌹स्वामी शरणानंदजी से पूछा गया कि ‘आप सत्संग पर इतना खर्च क्यों करते हैं ?’ तो उन्होंने कहा था कि ‘‘इतने खर्चे के बाद अगर एक भी भाई या बहन के जीवन में, जीवन की वास्तविक माँग (आत्मसाक्षात्कार की तीव्र तड़प) जागृत हो जाय तो उस पर सारे विश्व की सम्पत्ति न्योछावर कर देना भी कम है । सत्संग के लिए क्या नहीं दिया जा सकता ? अगर आपके जीवन में सफलता होगी तो वह सत्संग से ही होगी ।’’* *💐 पूज्य बापूजी भी कहते हैं कि ‘‘किसीको खिलाना, वस्त्र पहनाना पुण्य तो है परंतु सत्संग देना-दिलाना महापुण्य है, बहुत बड़ा उपकार है । एक ऋषि प्रसाद, ऋषि दर्शन किसी घर में जाती है तो समझो पूरा घर एवं आस-पड़ोस भी पावन हो जाता है ।* *✨मेरे गुरुजी तो अच्छी-अच्छी किताबों की गठरी बाँध के एक पहाड़ी से उतर के दूसरी पहाड़ियों के गाँवों में जाकर बाँटते थे ।* *ऋषि प्रसाद की कीमत भी बहुत कम है, आज कोई भी आध्यात्मिक पत्रिका इतनी सस्ती नहीं है । इसमें बहुत सारे विषय हैं, जरूरी सब चीजें हैं । तुम्हें भी सेवा का (सदस्य बनने-बनाने का, बाँटने-बँटवाने का) अवसर मिले तो चूकना नहीं ।’’* *🌹आप जपे औरानुं जपावे, सो साधक सहज में परम पद पावे ।*🌹 *🌷ऋषि प्रसाद, ऋषि दर्शन व लोक कल्याण सेतु सेवा के लिए सम्पर्क करें - ऋषि प्रसाद कार्यालय वाराणसी (काशी )आश्रम ,* *सम्पर्क: 7309511517,बाबूलाल भाई* *🙏हरि ॐ 🙏*

*🌼 ब्रह्मपरमात्मा बोले 🌼* *✨रायता पूनम सत्संग ✨* ➖➖➖➖➖➖➖ *📖 गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने मन को वश करने की बडी युक्ति बताई है:* 🌀 यतो यतो निश्चरति मनश्चञ्चलमस्थिरम्। 🌀 ततस्ततो नियम्यैतदात्मन्येव वशं नयेत्।।6.26।। *🧘♂️ समझो दिन में सौ बार मन चंचल होकर कई विषयों में जाता है,* *तो उसे फिर फिर से बार बार सत्संग विचार में ले आओ,* *तो बहुमत सत्संग का ही बनेगा और माया का प्रभाव नष्ट हो जाएगा। 🌿* *🪷 जीवन मे कुछ न कुछ व्रत जरूर होना चाहिए।* *🕊️ गांधी जी सोमवार को मौन रखते थे — इससे उनको बड़े निर्णय लेने में बहुत फायदा होता था।* *⛵ जिसके जीवन मे कोई व्रत नहीं,* *उसका जीवन बिना पतवार की नाव जैसा है।* *🧠 आद्य शंकराचार्य कहते हैं: “एकांतवासौ लघु भोजनादौ मौनं निराशा कर्णावरोधः”* *🌲 महीने में एक बार कहीं एकांत में रहो,* *🍽️ अल्प भोजन लो,* *👁️🗨️ सभी इन्द्रियों के विषय* *देखना, सुनना, सूंघना, चखना आदि कम से कम करो* *और 🕉️ भगवान के ध्यान में रहो।* *🤐 दिन में कुछ चार छह घंटे मौन रहो,* *😄 तो कुछ लोग कहेंगे कि गुरुजी हम तो रोज आठ घंटे मौन रहते हैं!* तो कैसे? 😅 *🌙 रोज रात को दस बजे सो जाते हैं और* *🌞 दूसरे दिन छह बजे उठने के बाद ही बोलते हैं... (सब हँसने लगते हैं) 😂* *तो इसे मौन नहीं कहते।* *🌼 दिन में प्रवृत्ति के समय मौन रखो,* *तो वो सच्चा मौन है, उससे लाभ होता है। 🙏* *🧭 कई पूनम व्रतधारी बड़े बहादुर हैं जो गुरुजी का पूनम दर्शन करने के बाद ही पानी पीते हैं।* 💧 *✈️ दो महीने पहली पूनम के समय मैं जयपुर में था,* *पर कई लोग दर्शन के लिए दिल्ली पहुँच गए थे,* *लेकिन मेरा दिल्ली में जाना नहीं हुआ।* *तो वे लोग दिल्ली से फ्लाइट पकड़ के जयपुर आ गए,* *लेकिन तब तक हम निवाई पहुँच गए थे।* *फिर वे लोग भी निवाई आ गए और दर्शन-सत्संग के बाद ही पानी लिया।ऐसे कई बहादुर व्रतधारी हैं। 🙌* *✨ आप सब लोगों का भाग्य चमकने की शुरुआत तब हुई जब मैं मुंबई एयरपोर्ट पर उतरने के बाद इलाज के लिए खोपोली जा रहा था,* *तो एयरपोर्ट पर दर्शन के लिए भीड़ तो थी लेकिन* *रास्ते में मुंबई और आसपास के बहुत सारे लोग गाड़ियाँ लेकर पीछे-पीछे आ रहे थे... 🚘🚖🚙* *तो मेरे मन में हुआ कि —* *"ऐसे तो बंबई बड़ी माया नगरी है, लेकिन इन लोगों ने इसे भगवान के प्रेम की नगरी बना दिया,* *तो भगवान इन लोगों का कल्याण करें..." 🌺🙏* *🌆 इसलिए यहाँ रायता में पूनम दिया और 66 समितियों के सहयोग से यह बड़ा आयोजन सफल हुआ और आप सब ने बंबई की इस माया नगरी को भगवान की नगरी बना दिया। 🏞️🛕✨* *💉 आजकल कई सालों से किडनी की बीमारी और डायलिसिस का बड़ा चलन बढ़ा है,* *तो ऐसा इसलिए हुआ कि पहले हमारे खाने में पुनर्नवा जैसी सब्जियाँ थीं। 🥬* *🍀 फिर लोग आयुर्वेद के वरदान को भूल गए।* *पुनर्नवा — गुर्दे (किडनी) के लिए वरदान है।* इसे गुजराती में साटोडी कहते हैं। *👨⚕️ एक आदमी महीने में तीन बार डायलिसिस करता था,* *उसे पुनर्नवा का कोर्स शुरू करवा दिया तो* *धीरे-धीरे 2 बार फिर 1 ही बार डायलिसिस पर आ गया। 🌿* *🌱 तांदलिया की सब्जी भी बड़ी चमत्कारी है,* *यह शरीर की 140 प्रकार की बीमारियों के कणों को नष्ट करती है।* *🍲 इसलिए हफ्ते में एक-दो बार पुनर्नवा, दो बार तांदलिया (तांदुळजा, चौलाई) की सब्जी खाया करो।* *🏡 आश्रम से पुनर्नवा और तांदलिया की सब्जी ले जाओ और अपने घर-आँगन में लगा दो। 🌼🌱🌿*

*🔱बनारस जोन🔱* *🔱 बाबा विश्वनाथ जी की नगरी काशी🔱* *🌹दिनांक 09 जून सोमवार 2025 🌹* *🚩स्थान : हरहुआ रिंग रोड चौराहा पर 1000 ऋषि प्रसाद पत्रिका का भव्य वितरण सेवा हुआ 🚩* *🙏🙏सेवा में लगे हुए जोगी के प्यारो को खूब- खूब साधुवाद **🙏🙏 *🌹*ऋषियों के प्रसाद से सारे दुःख मिटते हैं।धनभागी हैं वे लोग , जो ऋषिप्रसाद बांटते हैं, और बटवाते हैं। वे अपनी सात - सात पीढियां तारते हैं। उनके माता - पिता को धन्यवाद है ।* *।। पूज्य बापूजी।।* *🌷🌷 अन्नदान , भूमिदान , गौदान , कन्यादान, स्वर्णदान इन सभी दानों में सत्संगदान सबसे सर्वश्रेष्ठ दान है।* *।। पूज्य बापूजी।।🌹* *🙏*जीवन थोडा हैं! मृत्यु कब आयेगी,निश्चित नही हैं! अतः गंभीरता से गुरु सेवा ऋषि प्रसाद सेवा में लग जाओ*🙏 *🪷‘‘तुम्हें भी सेवा का अवसर मिले तो चूकना नहीं’’ - पूज्यश्री🪷* *🌹स्वामी शरणानंदजी से पूछा गया कि ‘आप सत्संग पर इतना खर्च क्यों करते हैं ?’ तो उन्होंने कहा था कि ‘‘इतने खर्चे के बाद अगर एक भी भाई या बहन के जीवन में, जीवन की वास्तविक माँग (आत्मसाक्षात्कार की तीव्र तड़प) जागृत हो जाय तो उस पर सारे विश्व की सम्पत्ति न्योछावर कर देना भी कम है । सत्संग के लिए क्या नहीं दिया जा सकता ? अगर आपके जीवन में सफलता होगी तो वह सत्संग से ही होगी ।’’* *💐 पूज्य बापूजी भी कहते हैं कि ‘‘किसीको खिलाना, वस्त्र पहनाना पुण्य तो है परंतु सत्संग देना-दिलाना महापुण्य है, बहुत बड़ा उपकार है । एक ऋषि प्रसाद, ऋषि दर्शन किसी घर में जाती है तो समझो पूरा घर एवं आस-पड़ोस भी पावन हो जाता है ।* *✨मेरे गुरुजी तो अच्छी-अच्छी किताबों की गठरी बाँध के एक पहाड़ी से उतर के दूसरी पहाड़ियों के गाँवों में जाकर बाँटते थे ।* *ऋषि प्रसाद की कीमत भी बहुत कम है, आज कोई भी आध्यात्मिक पत्रिका इतनी सस्ती नहीं है । इसमें बहुत सारे विषय हैं, जरूरी सब चीजें हैं । तुम्हें भी सेवा का (सदस्य बनने-बनाने का, बाँटने-बँटवाने का) अवसर मिले तो चूकना नहीं ।’’* *🌹आप जपे औरानुं जपावे, सो साधक सहज में परम पद पावे ।*🌹 *🌷ऋषि प्रसाद, ऋषि दर्शन व लोक कल्याण सेतु सेवा के लिए सम्पर्क करें - ऋषि प्रसाद कार्यालय वाराणसी (काशी )आश्रम ,* *सम्पर्क: 7309511517,बाबूलाल भाई* *🙏हरि ॐ 🙏*