
सुरज ई-सर्विसेज
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🌞 *"सुरज ई-सर्विसेज"* 🌞 *जहां उपलब्ध है सही जानकारी* ई-मित्र, CSC और सभी सरकारी, गैर-सरकारी योजनाओं के आवेदन इत्यादि के बारे में यहां जानकारियां उपलब्ध कराई जाएगी। अगर किसी भी प्रकार की जानकारी चाहिए, कोई काम करवाना हो तो सिर्फ कॉल या मैसेज करें। ई-स्टाम्प Airtel Payment Bank सभी प्रकार की प्रतियोगी परीक्षाओं के ऑनलाइन आवेदन। लगभग सभी कंपनियों के बीमा उपलब्ध जैसे - फसल बीमा, हेल्थ बीमा, पर्सनल बीमा, एक्सीडेंटल बीमा, वाहन बीमा इत्यादि। *सुरज ई-सर्विसेज* मो० 8290578258
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*अब एक परिवार में एक सदस्य को ही मिलेगा पीएम किसान सम्मान निधि योजना (दो हजार वाली) का लाभ।* *पति, पत्नि और नाबालिग बच्चे एक परिवार की इकाई होगी।*


*राजस्थान पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती का Exam जून-जुलाई में नहीं होगा।* *अगस्त के प्रथम सप्ताह में आयोजन होने की संभावना है।*

*🧪 CSIR NBRI Recruitment 2025* CSIR -NBRI में विभिन्न पदों पर भर्ती – 10वीं, 12वीं और ग्रेजुएट सभी के लिए सुनहरा मौका! 📌 योग्यता: 10वीं / 12वीं / स्नातक 🏢 संस्थान: CSIR - National Botanical Research Institute (NBRI) 🗓️ आवेदन की अंतिम तिथि: 2 जून 2025 🌱 साइंटिफिक संस्था में स्थायी नौकरी पाने का शानदार अवसर!

*सूचित किया जाता है कि राशनकार्ड पोर्टल के अनुसार NFSA राशन कार्ड में सदस्यों के नाम जोड़ने की सेवा शुरू हो चुकी है ।*

*भारतीय डाक विभाग में ग्रामीण डाक सेवक (GDS) के 21413 पदों पर भर्ती के लिए विस्तृत विज्ञप्ति जारी व ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी गई है* *Note : ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 03 मार्च 2025* *भारतीय डाक विभाग में ग्रामीण डाक सेवक (GDS) के 21413 पदों पर भर्ती के लिए विस्तृत विज्ञप्ति जारी व ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी गई है* *Note : ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 03 मार्च 2025*

*लघु कृषक, सीमांत कृषक और भूमिहीन कृषक तीन अलग-अलग श्रेणियाँ हैं जो कृषकों की आर्थिक और सामाजिक स्थिति के आधार पर परिभाषित की जाती हैं। यहाँ इन तीनों श्रेणियों में अंतर हैं:* *लघु कृषक* 1. *जमीन का आकार*: 1 हेक्टेयर से 2 हेक्टेयर तक की जमीन। 2. *आर्थिक स्थिति*: मध्यम आर्थिक स्थिति, अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त आय। 3. *कृषि उत्पादन*: अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त कृषि उत्पादन। 4. *वित्तीय संसाधन*: मध्यम वित्तीय संसाधन, अपने खेतों में निवेश करने में सक्षम। *सीमांत कृषक* 1. *जमीन का आकार*: 1 हेक्टेयर से कम जमीन। 2. *आर्थिक स्थिति*: कमजोर आर्थिक स्थिति, अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए संघर्ष। 3. *कृषि उत्पादन*: अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त कृषि उत्पादन नहीं। 4. *वित्तीय संसाधन*: कम वित्तीय संसाधन, अपने खेतों में निवेश करने में असमर्थ। *भूमिहीन कृषक* 1. *जमीन का आकार*: कोई जमीन नहीं। 2. *आर्थिक स्थिति*: बहुत कमजोर आर्थिक स्थिति, अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए बहुत संघर्ष। 3. *कृषि उत्पादन*: कोई कृषि उत्पादन नहीं। 4. *वित्तीय संसाधन*: बहुत कम वित्तीय संसाधन, अपने परिवार की जरूरतों को पूरा करने में असमर्थ। इन तीनों श्रेणियों में अंतर यह है कि लघु कृषकों के पास मध्यम आर्थिक स्थिति और जमीन होती है, सीमांत कृषकों के पास कमजोर आर्थिक स्थिति और कम जमीन होती है, और भूमिहीन कृषकों के पास कोई जमीन नहीं होती और बहुत कमजोर आर्थिक स्थिति होती है। *भूमिहीन कृषक* का अर्थ होता है वह व्यक्ति जो खेती करता है, लेकिन उसके पास अपनी खुद की जमीन नहीं होती है। वह दूसरों की जमीन पर किराए पर या अन्य शर्तों पर खेती करता है। भूमिहीन कृषक आमतौर पर गरीब और वंचित वर्गों से आते हैं और उन्हें अपनी आजीविका चलाने के लिए खेती करनी पड़ती है। हालांकि, उनके पास जमीन के अधिकार नहीं होने से उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, जैसे कि जमीन की अनिश्चितता, कम आय, और सामाजिक असुरक्षा। भारत सरकार और राज्य सरकारें भूमिहीन कृषकों के लिए विभिन्न योजनाएं और कार्यक्रम चलाती हैं, ताकि उन्हें आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाया जा सके।