
Maalyaarth | माल्यार्थ
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Stay Connected with Maalyaarth. Receive News, Stories and Alerts about our work to community development. कला,शिक्षा,कौशल विकास,महिला सशक्तिकरण, स्वास्थ्य, पर्यावरण विकास और अध्यात्म के माध्यम से युवाशक्ति के जागरण,नए समाज के अभ्युदय और नए भारत के निर्माण का संकल्प है माल्यार्थ फाउंडेशन। Be the changemakers, not complainers www.maalyaarthfoundation.org
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We are excited to announce that Maalyaarth Foundation is participating as Community Partner in the upcoming event, organized by Delhi International School Edge in association with DM office South West Delhi, Knowledge 360 and Sehej Sambhav on 31st May 2025, Saturday 6:00AM. Join us for छलांग 3.O - Pedal for peace and Prosperity an event designed to promote a healthier and greener lifestyle by encouraging the use of bicycles as a means of transportation. In honour of our brave hearts of the “Operation Sindoor”, this year’s theme is “TIRANGA” ! The District Magistrate of South West, Delhi Sh. Lakshay Singhal, IAS has graciously consented to be the Chief Guest for the event along with Sh. Harshit Saini, SDM (Dwarka) as a special guest. Let's come together to reduce carbon emissions and improve physical well-being. Bring the whole family for a fun-filled cycling event that promises enjoyment and fitness for all ! Register Yourself and WhatsApp your Name to this Number- 9319108002 https://forms.gle/TJg7TxFXhYhRbeet5 Thanks to Ms. Anubha Srivastav Mam, Principal, DIS, Edge for giving us this opportunity to connect for people for planet. https://www.facebook.com/share/p/1EEBHtCkgC/ Best Regards, Rishi Kumar Sharma, State Convenor, Delhi , Maalyaarth Foundation Uditendu Verma Founder/ National President, Maalyaarth Foundation Team Central Office , www.maalyaarthfoundation.org


माल्यार्थ पर्यावरण-विमर्श के अंतर्गत माल्यार्थ फाउंडेशन की दिल्ली प्रदेश इकाई द्वारा पर्यावरण दिवस पर वृक्षारोपण एवं जनजागरूकता कार्यक्रम। दिल्ली। पर्यावरण दिवस के अवसर पर, माल्यार्थ फाउंडेशन दिल्ली प्रदेश इकाई ने द्वारका के कौटिल्य अपार्टमेंट, सेक्टर 14 में एक वृक्षारोपण और जन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। इस पहल का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण के महत्व पर जोर देना और समुदाय को अधिक से अधिक पेड़ लगाने के लिए प्रेरित करना था। कार्यक्रम का नेतृत्व माल्यार्थ फाउंडेशन के दिल्ली प्रदेश संयोजक श्री ऋषि कुमार शर्मा जी ने किया, उनके साथ अदिति अस्थाना जी और कौटिल्य अपार्टमेंट आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष श्री शोभनाथ गौतम जी भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में स्थानीय निवासियों, आरडब्ल्यूए सदस्यों और पर्यावरण उत्साही लोगों ने भाग लिया। इस अवसर पर विभिन्न प्रकार के पौधे लगाए गए, जिसमें नीम, पीपल, गुलमोहर जैसे स्थानीय प्रजातियों को प्राथमिकता दी गई, जो क्षेत्र की पारिस्थितिकी के लिए फायदेमंद हैं। श्री ऋषि कुमार शर्मा जी ने पर्यावरण संतुलन बनाए रखने में वृक्षारोपण के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, "पेड़ हमारे जीवन का आधार हैं. वे न केवल हमें ऑक्सीजन प्रदान करते हैं, बल्कि जलवायु परिवर्तन से लड़ने में भी हमारी मदद करते हैं। यह हमारा सामूहिक कर्तव्य है कि हम अपनी धरती को हरा-भरा बनाएं। कार्यक्रम में कई गणमान्य व्यक्तियों ने भी वृक्षारोपण किया, जिनमें आरडब्ल्यूए के चेयरमैन के एन महतो, ॐ अपार्टमेंट से श्री अरविंद जी , राधिका अपार्टमेंट के अध्यक्ष श्री सुरेंद्र मिश्रा जी शामिल थे। सभी उपस्थित लोगों ने इस नेक पहल की सराहना की और भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से भाग लेने का संकल्प लिया। कार्यक्रम में पर्यावरण से जुड़े विषयों पर कवियों ने प्रसिद्ध कवयित्री श्रीमती वर्षा सिंह जी की उपस्थिति में काव्य पाठ किया। उन्होंने अपनी सुंदर कविताओं के माध्यम से प्रकृति और पर्यावरण के प्रति प्रेम का संदेश दिया, जिसने सभी श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। माल्यार्थ फाउंडेशन ने यह स्पष्ट किया कि ऐसे कार्यक्रमों के माध्यम से भविष्य में भी ऐसे जागरूकता अभियानों और वृक्षारोपण कार्यक्रमों का आयोजन करते रहेंगे, ताकि दिल्ली को एक स्वच्छ और हरित शहर बनाया जा सके। फाउंडेशन ने सभी निवासियों से अपील की कि वे अपने आसपास के वातावरण को स्वच्छ रखने और अधिक से अधिक पेड़ लगाने में सहयोग करें। https://www.facebook.com/share/p/18r9kcaS4w/ ऋषि कुमार शर्मा प्रदेश संयोजक, दिल्ली अमित स्वर्णकार राष्ट्रीय संयोजक, माल्यार्थ पर्यावरण-विमर्श एवं संसाधन विकास टीम केंद्रीय कार्यालय www.maalyaarthfoundation.org

कोलकाता (पश्चिम बंगाल) निवासी एवं जीसेंट ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड, कोलकाता के निदेशक श्री प्रकाश भट्ट जी ने आज फरीदाबाद में माल्यार्थ कोर टीम से मुलाकात की और माल्यार्थ के निर्धारित उद्देश्यों हेतु समाजहित में अपनी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए अपनी अभिरुचि व्यक्त की। इस निमित्त संस्थापक राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री उदितेन्दु वर्मा, राष्ट्रीय महासचिव श्री अंकित कुमार श्रीवास्तव एवं राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष श्री लक्ष्मण सिंह पंवार की उपस्थिति में उन्हें सामाजिक-आर्थिक विकास समिति का राष्ट्रीय संयोजक (National Convenor, Socio-Economic Development) नियुक्त किया गया। माल्यार्थ परिवार की ओर इस नियुक्ति हेतु श्री भट्ट को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। https://www.facebook.com/share/p/1E9H2tgDRK/ - टीम केंद्रीय कार्यालय www.maalyaarthfoundation.org

जैविक हल्दी उत्पादन क्षेत्र में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर मुरादाबाद निवासी जैविक कृषि विशेषज्ञ एवं 'माल्यार्थ कृषि-विमर्श' समिति के राष्ट्रीय संयोजक श्री सुरेंद्र कुमार त्यागी को उत्तरप्रदेश की माननीय राज्यपाल श्रीमती आनंदी बेन पटेल एवं उद्यान मंत्री श्री दिनेश प्रताप सिंह द्वारा राजभवन में सम्मानित किया गया। माल्यार्थ फाउंडेशन परिवार की ओर से आपको इस उपलब्धि हेतु हार्दिक बधाई एवं आपके उज्ज्वल भविष्य हेतु मंगलकामनाएं। - उदितेन्दु वर्मा 'निश्चल' संस्थापक/राष्ट्रीय अध्यक्ष, माल्यार्थ फाउंडेशन (टीम केंद्रीय कार्यालय) www.maalyaarthfoundation.org

कर्म का प्रवाह मानसिक विकृतियों को बहा ले जाता है।

Hey everyone ! Look around you. We're the generation that's inheriting the world, and let's be honest, it needs some work. We see the challenges – climate change, inequality, poverty – and it can feel overwhelming. But here's the thing: we're not powerless. We have the energy, the creativity, and the passion to make a real difference, and Maalyaarth Foundation are the perfect platform to channel that. Think about it. Maalyaarth are on the front lines, tackling these issues head-on. They're working in our communities, advocating for change, and making tangible progress. And they need us. They need our fresh perspectives, our tech-savviness, our willingness to roll up our sleeves and get involved. Volunteering with Maalyaarth isn't just about adding something to your resume. It's about discovering your own potential. It's about finding your voice and using it to amplify the voices of others. It's about connecting with like-minded people who share your passion for making the world a better place. Don't wait for someone else to fix things. Don't underestimate the power of your actions, no matter how small they may seem. Get involved. Maalyaarth that speaks to your heart. Volunteer your time, share your skills, and lend your voice. Let's show the world what our generation is capable of. Let's build the future we want to see. Let's get engaged! Cheers, Uditendu Verma, Founder Chairperson, Maalyaarth Foundation Your Voice. Your Impact. Your World. Join the Movement.

दिल्ली सरकार के कला, संस्कृति एवं भाषा विभाग के निर्देशन में संचालित हिंदी अकादमी के उपसचिव श्री ऋषि कुमार शर्मा जी से माल्यार्थ फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष श्री उदितेन्दु वर्मा 'निश्चल' जी एवं दिल्ली प्रदेश संयोजक, माल्यार्थ फाउंडेशन श्री ऋषि कुमार शर्मा 'च्यवन' जी के साथ अकादमी के कार्यालय में सार्थक भेंट हुई। इस अवसर पर माल्यार्थ फाउंडेशन के सहयोग से युवाओं की ऊर्जा, उत्साह और रचनात्मकता द्वारा हिंदी भाषा ,साहित्य और संस्कृति के भविष्य के लिए आशान्वित उपसचिव महोदय के साथ कई विषयों और योजनाओं पर विस्तार से चर्चा हुई। - टीम केंद्रीय कार्यालय,माल्यार्थ फाउंडेशन www.maalyaarthfoundation.org

प्रकाश आपके मन की एक छोटी सी घटना है। प्रकाश शाश्वत नहीं है, यह सदा से एक सीमित संभावना है क्योंकि यह घट कर समाप्त हो जाती है। हम जानते हैं कि इस ग्रह पर सूर्य प्रकाश का सबसे बड़ा स्त्रोत है। यहाँ तक कि आप हाथ से इसके प्रकाश को रोक कर भी, अंधेरे की परछाईं बना सकते हैं। परंतु अंधकार सर्वव्यापी है, यह हर जगह उपस्थित है। संसार के अपरिपक्व मस्तिष्कों ने सदा अंधकार को एक शैतान के रूप में चित्रित किया है। पर जब आप दिव्य शक्ति को सर्वव्यापी कहते हैं, तो आप स्पष्ट रूप से इसे अंधकार कह रहे होते हैं, क्योंकि सिर्फ अंधकार सर्वव्यापी है। यह हर ओर है। इसे किसी के भी सहारे की आवश्यकता नहीं है। प्रकाश सदा किसी ऐसे स्त्रोत से आता है, जो स्वयं को जला रहा हो। इसका एक आरंभ व अंत होता है। यह सदा सीमित स्त्रोत से आता है। अंधकार का कोई स्त्रोत नहीं है। यह अपने-आप में एक स्त्रोत है। यह सर्वत्र उपस्थित है। तो जब हम शिव कहते हैं, तब हमारा संकेत अस्तित्व की उस असीम रिक्तता की ओर होता है। इसी रिक्तता की गोद में सारा सृजन घटता है। रिक्तता की इसी गोद को हम शिव कहते हैं। भारतीय संस्कृति में, सारी प्राचीन प्रार्थनाएँ केवल आपको बचाने या आपकी बेहतरी के संदर्भ में नहीं थीं। सारी प्राचीन प्रार्थनाएँ कहती हैं, “हे ईश्वर, मुझे नष्ट कर दो ताकि मैं आपके समान हो जाऊँ।“ तो जब हम शिवरात्रि कहते हैं जो कि माह का सबसे अंधकारपूर्ण दिन है, तो यह एक ऐसा अवसर होता है कि व्यक्ति अपनी सीमितता को विसर्जित कर के, सृजन के उस असीम स्त्रोत का अनुभव करे, जो प्रत्येक मनुष्य में बीज रूप में उपस्थित है। ॐ नमः शिवाय !