Mallikarjun Kharge
January 21, 2025 at 12:44 PM
बाबासाहेब डॉ अंबेडकर जी को सम्मान देने के लिये कांग्रेस ने जो किया ऐसा शायद दूसरा कोई नहीं कर सकता था।
🔹मुंबई से संविधान सभा में लाने के लिए कांग्रेस ने अपने सदस्य M.R. Jayakar का इस्तीफा कराया।
🔹गाँधी जी ने ही संविधान सभा के ड्राफ्टिंग कमेटी के अध्यक्ष के लिए बाबासाहेब डॉ अंबेडकर जी के नाम का सुझाव दिया था। भारत सरकार में बाबासाहेब को देश का पहला कानून मंत्री बनाने में भी गांधीजी ने अपना समर्थन दिया था।
🔹राज्य सभा में बाबासाहेब को दो बार बंबई से चुना गया। पहली बार 3 अप्रैल 1952 से 2 अप्रैल 1956 के बीच। दोबारा 3 अप्रैल 1956 को सदस्य बने, पर 6 दिसंबर 1956 को उनका निधन हो गया। कांग्रेस पार्टी चाहती थी कि बाबासाहेब सम्मान सहित राज्य सभा पहुंचे, इसीलिए वो दो-बार निर्विरोध राज्य सभा का चुनाव जीते।
🔹बीजेपी के लोग यह झूठ फैलाने की कोशिश करते हैं कि कांग्रेस ने बाबासाहेब अंबेडकर जी की कोई प्रतिमा नहीं लगाई। 2 अप्रैल 1967 को कांग्रेस सरकार में बाबासाहेब के सम्मान में संसद भवन में उनकी सबसे बड़ी मूर्ति लगाई थी। उस समय डॉ एस राधाकृष्णन जी राष्ट्रपति थे और सरदार हुकुम सिंह जी, जो लोक सभा अध्यक्ष थे, उन्होंने ने प्रतिमा का अनावरण किया था।
BJP-RSS व उनके पुरखों ने भारतीय तिरंगा, हमारे संविधान, हमारे अशोक चक्र, बाबासाहेब अंबेडकर और हमारे स्वतंत्रता संग्राम सबका विरोध किया। RSS ने 52 साल तक नागपुर में अपने headquarter पर देश का तिरंगा नहीं फहराया और कोर्ट के order के बाद उन्हें मजबूरन फहराना पड़ा।
BJP-RSS व उनके पुरखों ने रामलीला मैदान में महात्मा गाँधी जी, पंडित जवाहरलाल नेहरू जी, बाबासाहेब डॉ अंबेडकर जी के पुतले फूँके और भारत के संविधान की प्रतियाँ जलाएँ थी। मैं उनको challenge करता हूँ कि इतिहास पढ़ें और बताएं कि राष्ट्रीय आंदोलन में उनकी क्या भूमिका थी?
📍बेलगावी, कर्नाटक
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