
Dr. Anil Bonde
January 31, 2025 at 03:52 PM
भारत के राष्ट्रपति का अपमान: द्रौपदी मुर्मू
सोनिया गांधी जी ने 2025 के बजट सत्र के पहले दिन भारत के राष्ट्रपति का अपमान किया, उन्हें उपहासपूर्वक यह कहते हुए तुच्छ दिखाने का प्रयास किया कि ‘गरीब महिला भाषण के अंत तक थक गईं।
राहुल गांधी, जो संसद को किसी मनोरंजन के मंच के रूप में देखते प्रतीत होते हैं, उन्होंने राष्ट्रपति जी के अभिभाषण को 'उबाऊ' कहा, जबकि पप्पू यादव ने इसे 'प्रेम पत्र' कहकर खारिज कर दिया। कांग्रेस और इंडी गठबंधन ने बार-बार हमारी आदिवासी राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी का अपमान किया है।
वर्ष 2025 में, राहुल गांधी ने कहा था कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी राम मंदिर में प्रवेश नहीं कर सकतीं क्योंकि वह एक आदिवासी हैं, जबकि सच्चाई यह है कि राष्ट्रपति 2024 में राम मंदिर गई थीं और सरयू घाट पर महा आरती में भी शामिल हुई थीं।
वर्ष 2024 में, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी जी ने संविधान दिवस पर भी संसद के संयुक्त सत्र में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी के अभिभाषण के दौरान उनका अभिवादन तक नहीं किया।
वर्ष 2022 में, कांग्रेस नेता अजय कुमार ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का उपहास उड़ाया था और व्यंग्यपूर्ण टिप्पणी करते हुए कहा था— 'वे (मुर्मू जी) भारत के एक बुरी विचारधारा का प्रतिनिधित्व करती हैं और उन्हें भारत में आदिवासी प्रतीक नहीं बनाया जाना चाहिए।'"
वर्ष 2022 में, एक टीवी चैनल से बातचीत के दौरान अधीर रंजन चौधरी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के लिए ‘राष्ट्रपत्नी’ शब्द का इस्तेमाल किया था।
वर्ष 2022 में, पश्चिम बंगाल के मंत्री अखिल गिरि ने एक रैली में राष्ट्रपति मुर्मू के रूप-रंग पर टिप्पणी करते हुए कहा था— “उन्होंने (भाजपा) कहा था कि मैं दिखने में अच्छा नहीं हूं। हम किसी को उसके रूप-रंग से नहीं आंकते। हम राष्ट्रपति के पद का सम्मान करते हैं। लेकिन हमारी राष्ट्रपति कैसी दिखती हैं?”
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